उत्तर कोरिया ने बुधवार को अमेरिका पर प्योंगयांग के खिलाफ शत्रुतापूर्ण कृत्य के आरोप लगाये हैं। बीते सप्ताहांत में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया ने नेता किम जोंग उन की कोरियाई सीमा पर मुलाकात हुई थी। संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया के मिशन के हवाले से बयान में बताया कि “उत्तर कोरिया के खिलाफ अमेरिका ने शनिवार को प्रतिबंधों को लागू करने का ऐलान किया था, उसी दिन ट्रम्प ने किम को मुलाकात के लिए आमंत्रित किया था।”
उत्तर कोरिया के खिलाफ शत्रुतापूर्ण रवैया
इस पत्र में ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका के बाबत लिखा गया है। यह पत्र वास्तविकता कहता है कि अमेरिका उत्तर कोरिया के खिलाफ अधिक और अधिक शत्रुतापूर्ण रवैया अख्तियार कर रहा है। यह अमेरिका और उत्तर कोरिया की बातचीत के अनुसार कहा जा रहा है।
बयान के मुताबिक, हम इस तथ्य को नजरंदाज नहीं कर सकते है कि इस संयुक्त पत्र खेल को यूएन में अमेरिका के स्थायी मिशन ने राज्य विभाग के निर्देशों के मुताबिक किया है। इसी दिन डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को मुलाकात के लिए प्रस्ताव दिया था।
किम-ट्रम्प मुलाकात
इस बयान में अन्य देशों को अमेरिका द्वारा शांतिपूर्ण वातावरण को खराब करने की कोशिशो के लिए चेतावनी भी दी गयी है। यह कोरियाई पेनिन्सुला तक सरल मार्ग मुहैया नहीं करेगा। इतिहास रचते हुए डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के नेता के साथ उनकी सरजमीं में 20 कदम अन्दर तक गए।
किम जोंग उन और डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को हाथ मिलाया था और इसके साथ ट्रम्प दुश्मन की सरजमीं पर कदम रखने वाले पहले राष्ट्रपति बन गए हैं। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण के बाबत वर्किंग लेवल की बातचीत को बहाल करने पर सहमती जाहिर की है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने किम जोंग उन को व्हाइट हाउस आने का भी आमंत्रण दिया है। अभी तक कोई भी उत्तर कोरियाई नेता अमेरिका नहीं गया है।