रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन ने मंगलवार को बयान देते हुए कहा है कि नयी तकनीक और व्यवधान जितनी नौकरियाँ छीनते हैं, उससे कहीं ज्यादा नौकरियाँ उपलब्ध कराते हैं।
मुकेश अंबानी ने अपने बयान में कहा है कि “इन व्यवधानों के चलते डिजिटल परिवर्तन को रोका नहीं जा सकता है। यह एक बहुत बड़ी गलती होगी। अंबानी ने कहा है कि इस तरह के व्यवधानों से नौकरियाँ भी जा सकती है, लेकिन ऐसे में भारतीय समाज का डिजिटल परिवर्तन कैसे रोका जा सकता है।”
उन्होने आगे कहा कि “इसके लिए सरकार, व्यापार और नागरिक समाज को देश में कार्यबल को बड़े पैमाने पर आगे बढ़ाने के लिए साथ आना चाहिए।”
इसी क्रम में मुकेश अंबानी ने जियो का जिक्र करते हुए बताया है कि जियो इस समय आर्टिफ़िश्यल इंटेलिजेंस (AI) और वर्चुअल रिऐलिटि (VR) पर ध्यान केन्द्रित किए हुए है।
इसी के साथ उन्होने बताया है कि जियो अपनी 5जी को जमीन पर लाने व इसके जरिये रोबोटिक्स पर भी आगे बढ्ने का प्लान बना रही है।
रिलायंस के मुखिया मुकेश अंबानी ने बताया कि जियो ने देश में 4जी नेटवर्क की सूरत बदल कर रख दी है, वहीं सस्ते डाटा टैरिफ को लाने का श्रेय भी जियो को जाता है।
मालूम हो कि इसी प्राइस वार के चलते जहाँ एयरटेल को भारी नुकसान हुआ है, वहीं वोडाफोन और आइडिया को आपस में विलय करना पड़ा, जबकि जियो अपने पहले दिन से ही फायदे में ही रहा है। सितंबर 2016 में भारत के टेलीकॉम बाज़ार में दस्तक देने वाली जियो ने पहले अपने यूजर की संख्या बढ़ायी व उसके बाद से सस्ते टैरिफ लाकर मुनाफा कमाना शुरू किया।
इसी के साथ जियो अब ब्रॉडबैंड नेटवर्क पर अपना ध्यान टिका रहा है। जियो ने अपनी जियो गीगाफ़ाइबर सुविधा के व्यापक प्रसार के लिए हेथवे केबल व डेन नेटवर्क का अधिग्रहण किया था।