टाटा मोटर्स ने आँकडे जारी करते हुए बताया है कि टाटा मोटर्स की गुजरात के साणंद स्थित यूनिट ने 5 लाख यात्री वाहनों (कारों) के उत्पादन का आँकड़ा छू लिया है।
टाटा मोटर्स ने अनुसार साणंद स्थित यूनिट में इस समय 100 प्रतिशत की क्षमता के साथ उत्पादन हो रहा है। टाटा ने 5 लाखवें वाहन का उत्पादन इसी वर्ष अक्टूबर में किया है।
मालूम हो कि टाटा मोटर्स की साणंद स्थित यूनिट की स्थापना जून 2010 मेन की गयी थी। इसी यूनिट में टाटा की सबसे महत्वाकांक्षी वाहन ‘टाटा नैनो’ का उत्पादन हुआ है। नैनों के साथ टाटा की सबसे अधिक बिकने वाली गाडियाँ जैसे टाटा टियागो व टाटा टिगोर जैसी गाड़ियों का निर्माण भी किया गया है।
वर्तमान में साणंद स्थित प्लान से टाटा की कुल यात्री वाहन उत्पादन का 60 प्रतिशत हिस्सा उत्पादित किया जा रहा है।
वहीं टाटा के इस प्लांट द्वारा बनाया ज्ञ 5 लाखवां यात्री वाहन ‘टाटा टिगोर’ थी-
टाटा के अधिकारियों ने बताया है कि इस प्लांट ने पाँच लाख वाहन उत्पादन का लक्ष्य समय रहते पूरा कर लिया है, यह यूनिट में काम करने वाले कर्मचारियों की मेहनत व लगन का नतीजा है।
मालूम हो कि स्थापना के समय साणंद प्लांट में सिर्फ टाटा नैनो का ही उत्पादन होता था, लेकिन समय के साथ नैनो की माँग में आई कमी के चलते इस प्लान में टाटा के नए मॉडलों का उत्पादन शुरू हुआ। इनमें टाटा टियागो और टाटा टिगोर सबसे ज्यादा उत्पादित किए जाने वाली वाहनों में शामिल हैं।
साणंद में टाटा की ये उत्पादन यूनिट करीब 11 सौ एकड़ में फैली है।
टाटा मोटर्स अब इस यूनिट में एसयूवी उत्पादन की योजना बना रही है, इसके लिए टाटा इस यूनिट की उत्पादन क्षमता में भी वृद्धि करने का विचार कर रही है। टाटा की नयी एसयूवी 2019 की शुरुआत में देखने को मिल सकती है। इसका नाम टाटा हैरियर रखा गया है।