विषय-सूचि
ज्वालामुखी कैसे बनता है? (formation of volcano in hindi)
ज्वालामुखी पृथ्वी के क्रस्ट भाग में पाया जाने वाला एक छिद्र है। जब यह सक्रिय होता है उसमें से गैस, पिघले हुए चट्टान यानि की लावा, धुआं आदि बाहर की तरफ बहुत तेजी से निकलते हैं, जिससे बहुत तेज विस्फोट (erruption) होता है।
इस प्रकार के सुराख़ (vent) क्रस्ट के उस भाग में पाए जाते हैं जहाँ पत्थर की परतें बहुत कमजोर हैं। ज्वालामुखी के विस्फोटक प्रवृति के आधार पर विभिन्न प्रकार के भूभागों का निर्माण होता है जैसे कि अगर विस्फोट हल्का है तो पठार का निर्माण होता है और अगर इसका असर बहुत भयानक है तो पहाड़ तक का निर्माण हो सकता है। ज्वालामुखी अंतर्जनिक प्रक्रिया (endogenic process) का उदाहरण है।
मैग्मा एवं लावा (magma and lava)
पृथ्वी के सतह के नीचे पाए जाने वाले तरल पदार्थों (जैसे कि पिघलते हुए पत्थर, राख आदि) को मैग्मा कहा जाता है।
मैग्मा के अंतर्गत आने वाला एक कमजोर क्षेत्र जिसे asthenoshphere कहा जाता है, वहां मैग्मा के स्रोत पाए जाते हैं। ज्वालामुखी के छिद्र से होते हुए जब मैग्मा बाहर कि ओर पृथ्वी के सतह की तरफ पहुँचता है तो वह लावा कहलाता है।
ज्वालामुखी के प्रकार (types of volcano eruption in hindi)
सक्रिय होने पर ज्वालामुखी में किस प्रकार का विस्फोट हो रहा है एवं बाहर आने पर वह किस प्रकार का रूप धारण करता है – इस आधार पर ज्वालामुखी के चार प्रकार हैं। ये चार प्रकार हैं:
शील्ड ज्वालामुखी (shield volcano)
यह ज्वालामुखी ज्यादा तीव्र ढलान (steep) वाले नहीं होते हैं, लेकिन बहुत दूर तक फैलते हैं। जब यह सक्रिय होता है तो इनका लावा हवा में काफी ऊंचाई तक जाता है।
जब यह लावा उगलते हैं तब यह काफी दूर तक जाता है। हवाई द्वीप पर पाए जाने वाले ज्वालामुखी इसके उदाहरण हैं। शील्ड ज्वालामुखी की ढलान कम होती है और इनके अंदर जमे (frozen) हुए लावा पाए जाते हैं।
इस प्रकार के ज्वालामुखी बेसाल्ट (एक प्रकार का आग्नेय पत्थर) से बनी हुई होती हैं जो ज्वालामुखी के सक्रिय होने पर द्रव्य रूप में बदल जाते हैं।
राख शंकु (Cinder Cone) ज्वालामुखी
राख बहिर्वेधी (extrusive) आग्नेय या ज्वलनशील प्रकार के पत्थर हैं। ये ज्वालामुखी आकार में छोटे होते हैं। इनके अंदर बहुत अधिक मात्रा में राख एवं नाम-मात्र लावा मौजूद होता है। इनकी ढलानें तीव्र होती हैं एवं ऊपर की तरफ एक गड्ढा रहता है।
संयुक्त ज्वालामुखी (Composite Volcanoes)
यह शंकु के आकार के मध्यम ढलान वाले ज्वालामुखी हैं जिनके शिखर पर गड्ढे पाए जाते हैं। इनके अंदर ठोस लावा राख, रेट एवं बजरी (gravel) मिश्रित रूप में पाए जाते हैं, अतः इन्हे संयुक्त ज्वालामुखी कहा गया है।
जब ये सक्रिय होते हैं, तब ठंडा एवं चिपचिपे लावा के रूप में पाए जाते हैं। जब ये सक्रिय होते हैं तो लावा के साथ साथ बहुत अधिक मात्रा में पाइरोक्लास्टिक पदार्थ एवं राख भी बाहर आते हैं।
यह सब ज्वालामुखी के मुख पर जमा हो जाते हैं जिससे कई परतों का निर्माण होता है।
Caldera
पृथ्वी पर पाए जाने वाले ज्वालामुखियों में Caldera सबसे विस्फोटक ज्वालामुखी हैं। जब यह सक्रिय होते हैं तो यह एक जगह पर संरचना का निर्माण करने के बजाए वे एक ही जगह ढेर हो जाते हैं। इससे पता चलता है कि मैग्मा चैम्बर बहुत बड़ा है एवं आसपास ही है।
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