पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में दावा किया कि उन्होंने जैश ए मोहम्मद के साथ संपर्क किया है और उनके संगठन ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर शाह महमूद कुरेशी ने कहा कि “हम स्थिरता चाहते हैं, पाक शांति चाहता है। हमे आगे की तरफ देखना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि “हमारे समक्ष कई मसले हैं जिन्हें हम सुलझाने को तैयार है। हम इन मुद्दों को कैसे सुलझाएंगे? एक दूसरे पर मिसाइल दागकर? नहीं बल्कि एक दूसरे से बातचीत करके, सबूतों को साझा करके।”
जेईएम द्वारा पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद ही दोनो मुल्कों के बीच तनाव बढ़ा। इस बाबत शाह महमूद कुरेशी ने कहा कि “इस पर भ्रम है। उन्होंने इस हमले की जिम्मेदारी नही ली थी। भ्रम यह है कि जब नेतृत्व ने उनसे संपर्क किया तो उन्होंने मन कर दिया। और इस दावे के खंडन कर दिया था।
जेईएम के नेतृत्व से संपर्क करने वाले के बारे में पूछने पर शाह महमूद कुरेशी ने कहा कि “संपर्क उन लोगों ने किया जो उन्हें जानते हैं। उन्होंने इस जिम्मेदारी को लेने के दावे को खारिज कर दिया।” उन्होंने बहावलपुर स्थित मदरसे का जिक्र करते हुए कहा कि “भारत और दुनिया के कुछ देश उस मदरसे को आतंकी कैम्प का नाम दे रहे हैं। मीडिया को उस स्थान पर ले जाया गया था औऱ जो उन्होंने देखा वह सब दुनिया के सामने हैं।
हाल ही में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने भारतीय पीएम से कहा कि शान्ति का एक अवसर दें और आश्वाशन दिया कि वह अपने अल्फ़ाज़ों पर खरे उतरेंगे। उन्होंने कहा कि अगर नयी दिल्ली पुलवामा आतंकी हमले में ख़ुफ़िया जानकारी हमें मुहैया करती है तो इस पर हम तत्काल कार्रवाई करेंगे।