जुकाम सर्दी अथवा गर्मी दोनों प्रकार के मौसमों में हो सकता है, परन्तु यह एक ऐसा रोग होता है जो व्यक्ति को पूर्णत: निढ़ाल व परेशान कर देता है।
जुकाम वैसे तो कुछ समय तक की समस्या होती है किंतु यदि यह कुछ निश्चित समयावधि से अधिक रहे तो यह किसी गम्भीर रोग का सूचक हो सकता है।
जुकाम के घरेलू उपाय भी बताए गए हैं जो बिना किसी दुष्प्रभाव के जुकाम को ठीक करते हैं और घरेलू नुस्ख़े ज़ुकाम के लिए सबसे उत्तम उपचार भी होते हैं।
विषय-सूचि
आज हम ज़ुकाम को घर पर रह कर ही ठीक करने के उपायों के बारे में चर्चा करेंगे।
जुकाम के घरेलु उपाय
जुकाम में लें चिकन सूप
जो व्यक्ति नान-वेज़ खाना खाते हैं, उनके लिए चिकन सूप एक स्वादिष्ट उपचार हो सकता है। अनेक शौध इस बात की पुष्टि करतें हैं कि एक कटोरा भर चिकन सूप जुकाम को ठीक करने के लिए उत्तम व्यंजन होता है।
चिकन सूप कई प्रकार की सब्ज़ियों के साथ मिलाकर बनाया जाता है और इसलिए ये शरीर के लिए एक सम्पूर्ण आहार भी माना जाता है। यह सूप अनेक पोषक तत्वों का धनी होता है जो शरीर में एक स्वस्थ्य वर्चस्व क़ायम करता है।
इसके द्वारा शरीर विभिन्न प्रकार के संक्रमण या वाइरसों से भी बचता है और कुशलता पूर्वक कार्य करता है।
अनेक शोधो से यह बात सिद्ध होती है कि चिकन सूप स्वसन इन्फ़ेक्शन के लिए लाभदायक होता है। सूप शरीर में जल की कमी को भी पूरा करता है। यदि आप मीट खाते हैं तो आपको जुकाम में चिकन सूप जरूर लेना चाहिए।
सर्दी-जुकाम में करें अदरक का सेवन
अदरक घरेलू उपायों में से एक है। हम सभी ने अक्सर घर में अपने बड़े बूढ़ों से अदरक के फ़ायदों के विषय में अवश्य सुना होगा।
अदरक का प्रयोग चाय में भी करते हैं और अदरक वाली चाय गले के ख़राश में लाभदायक होती है। अदरक की जड़ों को पानी में उबाल कर पीने से कफ या ज़िद्दी नजला भी ठीक हो जाता है।
यदि आपको ज्यादा जुकाम है, तो आप अदरक को शहद के साथ सीधा भी खा सकते हैं। अदरक में मौजूद पोषक तत्व जुकाम के कीटाणुओं से शरीर की रक्षा करते हैं।
अदरक को जुकाम में सबसे फायदेमंद बताया गया है। अलग-अलग शोधों में यह पाया गया है कि सिर्फ 1 ग्राम अदरक का इस्तेमाल करने से जुकाम और नाक से जुड़ी अन्य समस्याओं में काफी हद तक मदद मिलती है।
जुकाम का इलाज शहद
शहद अपने लाभदायक ग़ुणो के लिए प्रसिद्ध है। शहद अनेक प्रकार के रोगों के उपचार में प्रयोग किया जाता है।
शहद की चाय फेफड़ों के दर्द में फ़ायदा पहुँचाती है। एक कप पानी में एक चम्मच शहद, नींबू की कुछ बूँदे और एक चम्मच चायपत्ती एक साथ उबाल लें और उसे सुबह शाम पियें। यह ज़ुकाम का सर्वोत्तम उपाय है।
शहद के अन्य भी बहुत से लाभ हैं जैसे की शहद वजन घटाने और पाचन क्रियाओं को सुचारु रूप से सम्पादित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
शहद एक पचा हुआ पदार्थ होता है जिसमे की प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व विद्दमान होते हैं अतः यह शिशुओं के लिए एक सम्पूर्ण आहार होता है।
आजकल बाज़ार में शहद के अनेक सारे ब्रांड्स उपलब्ध हैं किन्तु हमें उन्हें खरीदने से पूर्व यह अवश्य निश्चित कर लेना चाहिए की हम बिना मिलावट का शहद ही लें।
जुकाम का घरेलु उपाय लहसुन
लहसुन या लहसुन युक्त पदार्थ खाने से भी ज़ुकाम ठीक हो जाता है। लहसुन में अलिसिन पाया जाता है जो जुकाम के लिए लाभकारी होता है।
लहसुन में कई गुण हैं जो न केवल ज़ुखाम के लिए उपयोगी हैं बल्कि हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए भी उपयोगी हैं। लहसुन, यही कारण है कि किसी भी प्रकार के वायरस या बैक्टीरिया के खिलाफ एक प्राचीन हथियार रहा है।
अनेक ऐसे साक्ष्य मिलते हैं जोकि यह बतातें हैं कि लहसुन का प्रयोग प्राचीन काल से ही अनेक औषधियों को बनाने में होता रहा है।
लहसुन न केवल ज़ुकाम में ही लाभदायक होता है बल्कि यह अन्य रोगो से भी शरीर की रक्षा करता है जैसे कि कैंसर, नपुंसकता, ह्रदय सम्बन्धी रोग, रक्चाप आदि।
लहसुन को भून कर खाने से पुरुषों की जनन शक्ति में वृद्धि होती है।
जुकाम में बेहतर परिणाम देखने के लिए खाली पेट लहसुन खाएं।
इसके अतिरिक्त लहसुन प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत बनाता है एवं अस्थमा और ब्रोंकाइटिस में आराम पहुंचाता है।
एचीनासा (echinacea)
यह एक प्रकार की वनस्पति होती है जो ज़ुकाम में प्रयोग की जाती है। एचिनासा बाजारों में भी उपलब्ध है लेकिन हमें एचीनेसा की वास्तविक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है ताकि जुकाम से भलीभांति राहत मिल सकें।
एचिनासा वास्तव में किसी भी प्रकार के संक्रमण से शरीर की रक्षा करता है इस प्रकार यह जुकाम का एक सर्वोत्तम इलाज होता है।
एचिनासा के अन्य भी बहुत से लाभ होते हैं जैसे कि यह श्वासनली में किसी भी प्रकार के संक्रमण के विरुद्ध लड़ता है और रक्त में हुए किसी भी प्रकार के प्रदुषण का अंत करता है इस प्रकार यह रक्त के शुद्धिकरण का भी कार्य करता है।
एचिनासा से बनायीं गयीं औषधियों का प्रयोग स्त्रियों में प्रसव के बाद शरीर में उत्पन्न हुई थकावट, बुखार व अन्य परेशानियों को दूर करने में किया जाता है। आंत सम्बन्धी समस्याओ में भी एचिनासा का सफल प्रयोग किया जाता है।
जुकाम में जरूरी विटामिन सी
खट्टे पदार्थ जैसे नींबू, संतरा, आँवला इत्यादि विटामिन सी से परिपूर्ण होते हैं जिन्हें खाने से जुकाम में राहत मिलती है।
खट्टे पदार्थ हमारे शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं किंतु कई बार यह देखा गया है कि प्राचीन मिथको के कारण लोगों को सलाह दी जाती है कि वे खट्टे पदार्थ न खाएं लेकिन यह पूरी तरह से गलत है क्योंकि अगर हमारे शरीर में विटामिन सी की कमी है, तो हमारा शरीर बीमार पड़ सकता है।
शरीर को रोमुक्त रखने के लिए आवश्यक है कि आहार में सभी प्रकार के पोषक तत्व शामिल किये जाएँ। इस प्रकार खट्टे पदार्थो का सेवन भी आवश्यक है। ये न सिर्फ ज़ुकाम से बचाते हैं बल्कि दांतों के दर्द व पाइरिया से भी शरीर की रक्षा करतें हैं।
जो लोग यह सोचतें हैं कि खट्टे पदार्थो से शरीर की लम्बाई वृद्धि रुक जाती है तो यह पूरी तरह से सही नहीं है क्योंकि हमारे शरीर को एक निश्चित मात्रा में विटामिन सी की आवश्यकता होती है, ऐसा न हो तो शरीर रोगों की चपेट में आ सकता है ।
अति हर चीज़ की बुरी होती है तो यदि हम निश्चित मात्रा से अधिक खट्टे पदार्थो का सेवन करते हैं तो यह हमारे शरीर की लम्बाई वृद्धि दर को प्रभावित करता है ।
जुकाम का इलाज प्रोबायोटिक्स (probiotics)
ये एक प्रकार की बैक्टीरियन कोशिकाएँ होती हैं जो हमारे लिए लाभकारी होती हैं। ये हमारे शरीर, खाने या कुछ निश्चित खाद्यों में पाए जाते हैं।
यदि हम प्रोबायोटिक्स लेते हैं, तो हम अपने शरीर में विटामिन और अन्य पोषक तत्वों के स्तर को पूरा कर सकते हैं।
प्रोबायोटिक्स विटामिन के अतिरिक्त प्रोटीन्स, कार्बोहाइड्रेट्स, वसा व खनिज लवणों से परिपूर्ण होतें हैं जो कि शरीर में हो रही किसी भी प्रकार के पोषक तत्वों की कमी को पूरा करतें हैं और शरीर की रोगो से रक्षा करतें हैं।
जुकाम के अन्य घरेलु उपाय
नमक पानी
यदि आपको तेज जुकाम हो रहा है तो नमक पानी का गरारा करने से राहत मिलती है।
एक गिलास पानी में एक चम्मच नामक डाल लें और उसे गुनगुना कर लें। फिर इस पानी से आप दिन में दो या तीन बार गरारा करें। यह ना सिर्फ़ आपके ज़ुकाम को ठीक करेगा बल्कि आपके दाँतो को भी उचित लाभ पहुँचायेगा।
डेंटिस्ट, दांतों की सफाई करने के बाद मरीज को नमक पानी से कुल्ली करने की सलाह देतें हैं क्योकि यह दांतो पर गंदगी नहीं जमने देता है और उन्हें स्वस्थ रखता है।
नमक पानी से कुल्ला करने पर मुँह की बदबू, दांतों से खून आने की समस्या से भी निजात मिलती है और आप तरोताज़ा महसूस करते हैं। हमें दिन में चार से पांच बार नमक पानी से कुल्ला करना चाहिए।
जुकाम में लें गुनगुना पानी
गुनगुने पानी के स्नान से जुकाम ठीक हो जाता है।
वैसे भी शरीर पर अति ठंडा या अति गर्म पानी नहीं डालना चाहिए क्योंकि ये हमारी त्वचा को हानि पहुँचाता है किंतु अगर गुनगुने पानी से स्नान किया जाए तो ज़ुकाम और त्वचा जलन दोनों से बचा जा सकता है।
उपरोक्त तथ्य ज़ुकाम से बचने के उपाय हैं कि किस प्रकार आप अपने ज़िद्दी ज़ुकाम का इलाज घर में मौजूद सामग्रियों के द्वारा ही कर सकते हैं।
अब हम ज़ुकाम से बचने के तरीकों पर प्रकाश डालेंगें। निम्नलिखित बातों को ध्यान में रख कर ज़ुकाम से बचा जा सकता है-
हाथों को भलीभांति धोना
ज़ुकाम से बचने का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम शरीर कि साफ़ सफाई है।
हम सभी को अपने हाथों को सदा स्वच्छ रखना चाहिए और यदि हमारे हाथ धूल या किसी अन्य गन्दी वास्तु के संपर्क में आये हों तो हमें कुछ भी खाने या मुँह व नाक पर हाथ रखने से पहले अपने हाथों को अच्छी प्रकार धोना चाहिए ताकि ज़ुकाम के कीटाणु या बैक्टीरिया हमें संक्रमित न कर सकें।
संक्रमित वस्तु या व्यक्ति के संपर्क से बचना
ज़ुकाम के बैक्टीरिया या कीटाणु एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकते हैं।
यदि हम किसी ज़ुकाम पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं या कोई भी संक्रमित सामान प्रयोग करते हैं तो हम भी ज़ुकाम से पीड़ित हो सकते हैं।
अतः हमें इन चीज़ो से बचना चाहिए और यदि हम ज़ुकाम से पीड़ित हैं तो हमें खांसते या छीकते समय मुँह व नाक पर कोई कपड़ा या रुमाल रखना चाहिए ताकि संक्रमण किसी अन्य व्यक्ति को न लगे।
खान पान में बदलाव या गिरावट
खान पान में बदलाव या गिरावट ज़ुकाम को निमंत्रण देती है। आजकल बदलते परिवेश व जीवन शैली का दुष्प्रभाव मनुष्य पर सबसे ज्यादा पड़ रहा है और उसके खान पान में बदलाव आ रहा है।
आज का मनुष्य फ़ास्ट फ़ूड, चाट, मसाला, कोल्ड ड्रिंक या अन्य ऐसे पदार्थो का सेवन कर रहा है जो बीमारीओं को निमंत्रण देते हैं।
ये खाद्य पदार्थ केवल स्वादिस्ट होते हैं किन्तु ये शरीर के लिए अत्यंत घातक होते हैं। इस कारण प्रायः व्यक्ति ज़ुकाम से पीड़ित हो जाता है। इस प्रकार कि खाद्य सामग्रियों का त्याग करके ही ज़ुकाम से बचा जा सकता है।
उपरोक्त बातों को ध्यान में रख कर आप ज़ुकाम से बच सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन का आनंद ले सकते हैं।
ज़ुकाम पीड़ित व्यक्ति न तो अच्छे से सो पाता है और ना ही अच्छे से खा, पी या बैठ पाता है क्योकि उसकी नाक या आँख से लगातार पानी चलता रहता है इसलिए ज़ुकाम से बचने के उपाय और उसके उपचार हमें अवश्य जानने चाहिए ताकि हम अपने साथ साथ दूसरों की भी मदद कर सकें।
ek minute mein jukam sahi ho jaye Aisa gharelu nuskha batao?
main do dinon se shehed khaa rahaa hoon lekin jukaam thek nahi ho rahi hai koi doosra kaargar tareeka bataaein