राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मजीद बार चीन को अतिरिक्त शुल्क में इजाफा करने की धमकी दी है। अगर जापान में जी-20 के सम्मेलन में शी जिनपिंग ट्रम्प से मुलाकात नहीं करते तो उत्पादों पर शुल्क को बढ़ा दिया जायेगा। डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा कि “वह 300 अरब डॉलर के चीनी उत्पादों पर 25 फीसदी या उससे अधिक कर लागू कर सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि “हमने कभी भी चीन से 10 प्रतिशत शुल्क नहीं लिया है और आज हम चीन से काफी मोटी रकम वसूल रहे हैं। अगर जी-20 के सम्मेलन में मुलाकात नहीं होती तो अतिरिक्त शुल्क को तत्काल प्रभावी कर दिया जायेगा। हाँ यही होगा।”
चीन- अमेरिका व्यापार वार्ता
डॉनल्ड ट्रम्प ने कहा कि “मेरे ख्याल से वह जायेंगे और हमारी मुलाकात तय है। मेरी उनके साथ बेहतरीन रिश्तेदारी है। वह वाकई एक अविश्वसनीय व्यक्ति है, एक महान आदमी है। वह बेहद मज़बूत है, समझदार हैं लेकिन वह सिर्फ चीन के लिए हैं और मैं सिर्फ अमेरिका के लिए हूँ।”
चीन के साथ व्यापार वार्ता बीते महीने ठप पड़ यी थी जब राष्ट्रपति ने बीजिंग पर अस्थायी समझौते पर पाबन्दी लगाने के आरोप लगाए थे। दोनों देशों के बीच इसके बाद व्यापार तनाव में वृद्धि हुई थी। मंगलवार को संघाई स्टॉक मार्किट उच्च स्तर के साथ खुला था और इसमें 10:30 बजे तक एक प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। युआन मंगलवार को मज़बूत हुआ था।
ट्रम्प ने सुझाव दिया कि व्यापार समझौता हुआवेई टेक्नोलॉजी के इर्द गिर्द रह सकता है। ट्रम्प प्रशासन इस कंपनी की 5 जी तकनीक का विस्तार होने में पाबन्दी लगाने की कोशिशों में जुटा हुआ है। अमेरिका ने सुरक्षा कारणों से हुआवेई कंपनी से सभी अमेरिकी कंपनियों को रिश्ता तोड़ने का फरमान सुनाया है।
जी-20 में मुलाकात
उन्होंने कहा कि “मैं उसे खतरे के तौर पर देखता हूँ। हमारे चीन के साथ व्यापार वार्ता में हुआवेई के सम्बंधित भी बातचीत करेंगे। चीन समझौता करना चाहता है। वह समझौते के लिए मुझसे ज्यादा बैचैन है, लेकिन हम देखते हैं क्या होता है।” उन्होंने लगातार कंपनी को व्यापार वार्ता से जोड़ा था।
उन्होंने कहा कि “हुआवेई बेहद ताकतवर और मज़बूत है। मैं चाहता हूँ कि चीन बेहतर करे लेकिन मैं नहीं चाहता कि चीन हमारी तरह करे।” अमेरिकी राष्ट्रपति जी 20 के सम्मेलन में रुसी राष्ट्रपति और चीनी राष्ट्रपति दोनों से मुलाक़ात करेंगे।
उन्होंने कहा कि “अगर हम डील नहीं कर तो हम शुल्क को अधिक बढ़ा देंगे जो 35 से 40 फीसदी होगा और यह बढ़कर 60 प्रतिशत भी हो सकता है।” डोनाल्ड ट्रम्प चीन को वार्ता के टेबल पर वापस लाने के लिए अत्यधिक दबाव का इस्तेमाल कर रहे हैं। चीनी विदेश मंत्रालय ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।