ज़िम्बाब्वे में जारी राजनीतिक संकट के बीच सेना के प्रवक्ता का बयान आया है। सेना के प्रवक्ता ने सरकारी चैनल के माध्यम से बताया कि ज़िम्बाब्वे में कोई तख्तापलट नहीं हुआ है। यहां की सेना ने कहा कि ज़िम्बाब्वे के राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे के आसपास के अपराधियों पर धरपकड़ के लिए ये अभियान चलाया है।
सेना के प्रवक्ता के आश्वासन दिया है कि ज़िम्बाब्वे के राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे व उनका परिवार पूरी तरह से सुरक्षित है। गौरतलब है कि पहले खबर आ रही थी कि ज़िम्बाब्वे की सेना ने देश में तख्तापलट कर दिया है।
राष्ट्रपति भवन के साथ ही सरकारी कार्यकालों को भी सेना के नियंत्रण में लिए जाने की खबर आ रही थी। लेकिन तख्तापलट की खबरों को सेना ने पूरी तरह से नकार दिया है। साथ ही कहा कि सेना ने सरकार पर कोई कब्जा नहीं किया है।
अपराधियों की धरपकड़ के लिए चल रहा अभियान
ज़िम्बाब्वे के मेजर जनरल एस.बी. मोयो ने कहा कि हम केवल मुगाबे के चारों तरफ के अपराधियों को पकड़ने के लिए अभियान चला रहे है। ये अभियान उन लोगों के खिलाफ चलाया जा रहा है जो देश में सामाजिक और आर्थिक समस्याएं उत्पन्न कर रहे है। बुधवार को सेना की तरफ से वित्त मंत्री इग्नाटियस कोम्बो को भी हिरासत में लेने की खबर आ रही है।
ज़िम्बाब्वे की राजधानी हरारे में सेना ने सड़कों पर आर्मी के टैंकों की तैनाती कर रखी है व रास्तों पर सेना ने वाहनों को रोक दिया है। हालांकि ज़िम्बाब्वे की सेना ने बयान जारी कर कहा है कि नेशनल ब्रॉडकास्टर्स के ऑफिस पर ये किसी भी तरह का सैन्य अधिग्रहण नहीं है।
सेना ने की शांति बनाए जाने की अपील
इसके साथ ही सेना ने आम लोगों से शांति बनाए जाने की अपील की और कहा कि कुछ दिनों में स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी। लेकिन खबरों के अनुसार हरारे में अभी भी भारी गोलीबारी की जानकारी सामने आ रही है।
सेना के सड़कों पर आ जाने की वजह से आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ज़िम्बाब्वे में जारी घटनाक्रम पर अभी तक राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे का कोई बयान नहीं आया है। कई लोग इसे अभी भी तख्तापलट की आशंका के तौर पर देख रहे है।