केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को जापान के प्रधानमन्त्री शिंजो आबे से मुलाकात की थी और बताया कि जम्मू कश्मीर पर पाकिस्तान को सुने जाने का अधिकार नहीं है। यह राज्य भारत का आंतरिक मामला है। उन्होंने आबे को बताया कि जम्मू कश्मीर से विशेष दर्जे को हटाने का निर्णय राज्य के तहत है और यह उनकी अवाम के लिए दुरुस्त होगा।”
इस मुलाकात एक दौरान राजनाथ सिंह ने जापानी विदेशी मंत्री से कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद का अंत करना होगा और अपनी सरजमीं से उखाड़कर फेंकना होगा और इसके बाद ही इस्लामाबाद के सतह पाकिस्तान वार्ता करेगा।
राजनाथ सिंह पांच पूर्वी एशियाई मुल्को की यात्रा पर गए हैं जिसकी पहली यात्रा पर वह जापान पंहुचे हैं। इसके बाद वह दक्षिण कोरिया की यात्रा पर जायेंगे और इसका मकसद रक्षा और सैन्य संबंधो को मज़बूत करना होगा। रक्षा मंत्री 2 और 3 सितम्बर को जापान की यात्रा पर होंगे।
सिंह ने कहा कि “प्रधानमन्त्री शिंजो आबे के भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के साथ निरंतर समपर्क में रहते हैं। जिहोने भारत और जापान की साझेदारी को विशेष, रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी करार दिया है। इसने हमारे रक्षा सहयोग में एक नई रणनीतिक गहराई को जोड़ा है।”