मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की राह पर चलते हुए छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पद सँभालते ही सबसे पहले किसानों का ऋण माफ़ करने की घोषणा की। शपथ ग्रहण के बाद अपने पहले प्रेस कांफ्रेंस में राज्य के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों का 6,100 करोड़ रुपये का ऋण माफ़ करने की घोषणा की इसके अतिरिक्त उन्होंने धान का समर्थन मूल्य 1700 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ा कर 2500 रुपये प्रति क्विंटल करने की भी घोषणा की।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने सत्ता में आने के बाद 10 दिनों के भीतर किसानों का ऋण माफ़ करने का वादा किया था। बधेल ने कहा कि हमने अपना पहला वादा आज पूरा कर दिया।
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मुख्यमंत्री बघेल में 2013 में झीरम घाटी में हुए नक्सली हमले की जांच के लिए एसआईटी का गठन करने की घोषणा की। इस नक्सली हमले में कांग्रेस के बड़े नेताओं की हत्या कर दी गई थी। इस हमले में कुल 29 लोग मारे गए थे।
उन्होंने कहा “हमारा तीसरा निर्णय झिरम घाटी से संबंधित है। नंद कुमार पटेल जैसे प्रमुख नेताओं सहित कुल 29 लोग मारे गए थे। षड्यंत्रकारियों का खुलासा नहीं किया गया है। इतिहास में राजनेताओं का ऐसा नरसंहार कभी नहीं हुआ। अपराधियों को पकड़ने के लिए, एक एसआईटी का गठन किया गया है।”
पहली कैबिनेट मीटिंग के तीन बड़े फैसले –
1. 16 लाख 65 हजार से अधिक किसानों का 6100 करोड़ रूपये का कर्जा माफ.
2. धान का समर्थन मूल्य 2500 रूपये प्रति क्विंटल किया गया.
3. झीरम हमले के शहीदों को न्याय दिलाने के लिए SIT का किया गठन.गढ़बो नवा छत्तीसगढ़
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 17, 2018
इससे पहले मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ ही समय बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी राज्य के किसानों का 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ़ करने की घोषणा की थी। राहुल गाँधी ने चुनाव प्रचार के दौरान मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों के किसानों का कर्ज माफ़ करने का वादा किया था। कांग्रेस के घोषणापत्र में भी कर्ज माफ़ी को प्रमुखता से जगह दी गई थी।