चेतेश्वर पुजारा पिछले कुछ सालो से भारतीय टेस्ट टीम के अहम खिलाड़ी रहे है। हालांकि, हाल के समय में टेस्ट स्पेशलिस्ट होने के नाते चेतेश्वर पुजारा किसी विज्ञापन कंपनी से नही जुड़ पाए है और ना ही उन्हें इस बारे में कोई चिंता है। पुजारा जो भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जितवाने में हीरो रहे थे और सीरीज में 521 रन बनाए थे उन्होने कहा है, वह ऐसे खिलाड़ी नही है जो विज्ञापन पाने के लिए खेलते है। पुजारा ने यह भी कहा कि क्रिकेट बिरादरी द्वारा सराहे जाने का मतलब एंडोर्समेंट पाने से ज्यादा है।
पुजारा ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, ” मैं एक टेस्ट क्रिकेटर होने के नाते, यह स्वीकार करता हूं की मेरे पास कई एंडोर्समेंट नही है। मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो एंडोर्समेंट के लिए नही जाता।”
पुजारा ने कहा, ” मेरे लिए सच्ची बात खेल का प्यार है। मेरे पिता ने सिखाया है मैं खुद के लिए नही बल्कि पूरे देश के लिए खेलता हूं।”
पुजारा ने आगे कहा, ” जो मुझे पसंद है वह इस देश और क्रिकेट बिरादरी की सराहना है, जो मेरे जीवन में किसी भी एंडोर्समेंट से कई ज्यादा है।”
30 साल के पुजारा, ऑस्ट्रेलिया में मैन ऑफ द सीरीज रहे थे और उन्होने सीरीज के दौरान मेजबान टीम के गेंदबाजो की जमकर क्लास लगाई थी। औऱ चार टेस्ट मैचो की 7 इनिंग में उन्होनें 1000 से ज्यादा गेंदे खेली थी।
उनकी इस बल्लेबाजी के लिए उन्हे दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से प्रशंसा सुनने को मिली थी तेंदुलकर ने कहा था, ” खेल की एकाग्रता और समझ का सम्मान किया और शीर्ष कम्र के बल्लेबाजो के प्रयासो को महसूस किया, दोनो टीमो के बीच यही अंतर था।”
केविन पीटरसेन ने भी पुजारा की प्रशंसा करते हुए ट्विट किया था, ” टेस्ट क्रिकेट आपको क्रिकेट के रूप में मिलाता है, जो चेतेश्वर पुजारा टेस्ट क्रिकेट में करते है वह किसी भी शानदार टी-20 पारी की तुलना में महान है। युवा खिलाड़ियो- देखो, सीखो और सुनो।”