Sun. Nov 17th, 2024

    मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में जीत कर विधानसभा पहुंचे मुस्लिम जनप्रतिनिधियों की संख्या में मामूली बढ़ोतरी हुई। 2013 में इन तीन राज्यों से 3 ही मुस्लिम विधायक जीत कर विधानसभा पहुंचे थे लेकिन इस बार ये संख्या 11 तक पहुँच गई। अगर मिजोरम और तेलंगाना को भी जोड़ लें तो जीतने वाले विधायकों की संख्या 19 तक पहुँचती है जबकि 2013 में इन पांच राज्यों से 11 मुस्लिम विधायक जीतने में कामयाब हुए थे।

    राजस्थान 

    मुस्लिम जनप्रतिनिधियों के मामले में सबसे बड़ा परिवर्तन राजस्थान में देखने को मिला। राज्य में कांग्रेस ने 15 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया था जिसमे से 7 उम्मीदवार जीत कर विधानसभा पहुंचे जबकि बहुजन समाज पार्टी की टिकट से जीत कर एक मुस्लिम उम्मीदवार विधानसभा पहुंचा। भाजपा ने सिर्फ एक ही मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया था। भाजपा ने टोंक से सचिन पायलट के खिलाफ युनुस खान को मैदान में उतारा था लेकिन खान को हार का सामना करना पड़ा।

    2013 में राजस्थान से सिर्फ 2 मुस्लिम उम्मीदवार जीत कर विधानसभा पहुंचे थे लेकिन इस बार ये आंकड़ा 8 तक पहुँच गया।

    मध्य प्रदेश 

    लगभग एक दशक के बाद मध्य प्रदेश में 1 से अधिक मुस्लिम उम्मीदवार जीत कर विधानसभा पहुंचे। इस बार दो  मुस्लिम उम्मीदवारों ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतने में सफलता हासिल की। मुस्लिम बहुल सीट भोपाल (नॉर्थ) से कांग्रेस के आरिफ अकील छठी बार चुनाव जीते। 2008 और 2013 में अकील अकेले ऐसे मुस्लिम उम्मीदवार थे जिन्होंने विधानसभा में मुस्लिमो का प्रतिनिधित्व किया था।

    2018 विधानसभा चुनाव में जीतने वाले दुसरे मुस्लिम उम्मीदवार आरिफ मसूद है जिन्होंने भोपाल (सेन्ट्रल) से चुनाव जीतने में सफलता हासिल की।

    भाजपा ने इस बार सिर्फ एक ही मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया था। भोपाल (नॉर्थ) से भाजपा ने फातिमा सिद्धिकी को मैदान में उतारा था लेकिन उन्हें कांग्रेस के आरीफ अकील के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

    छत्तीसगढ़ 

    छतीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जहाँ मुसलमान सिर्फ 2 फीसदी हैं। हालिया विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 2 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया था जबकि भाजपा ने एक मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतारा था।

    कांग्रेस के एक उम्मीदवार मोहम्मद अकबर कवर्धा सीट से चुनाव जीतने में कामयाब रहे। कांग्रेस के दुसरे मुस्लिम उम्मीदवार बदरुद्दीन कुरैशी को वैशाली नगर सीट से हार झेलनी पड़ी।

    जबकि भाजपा के एकलौते मुस्लिम उम्मीदवार को भी हार झेलनी पड़ी।

    तेलंगाना 

    तेलंगाना में सभी पार्टियों ने कुल 26 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया था जिसमे से 8 उम्मीदवार जीत कर विधानसभा पहुंचे।

    7 मुस्लिम उम्मीदवार एआईएमआईएम के टिकट पर जीतने में सफल रहे जबकि एक टीआरएस ने 8 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे जिसमे से एक जीत हासिल की।

    एआईएमआईएम में 8 मुस्लिम उम्मीदवारों तो चुनाव में उतारा था जिसमे से 7 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की इसके अलावा भाजपा ने एक मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया था जबकि कांग्रेस ने 9 और टीडीपी ने 1 मुस्लिम उम्मीदवार थे, इनमे से सभी को निराशा हाथ लगी।

    मुस्लिम उम्मीदवारों का प्रतिनिधित्व

    By आदर्श कुमार

    आदर्श कुमार ने इंजीनियरिंग की पढाई की है। राजनीति में रूचि होने के कारण उन्होंने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ कर पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रखने का फैसला किया। उन्होंने कई वेबसाइट पर स्वतंत्र लेखक के रूप में काम किया है। द इन्डियन वायर पर वो राजनीति से जुड़े मुद्दों पर लिखते हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *