चीन ने नेपाल की सेना को 150 मिलियन रूपए की मदद करने का ऐलान किया है। चीन पांच साल के लिए मानवता और आपदा के संकट से निजात पाने के लिए नेपाल की सहायता करेगी।
चीनी की मदद नेपाल के 2.5 बिलियन रूपए के बराबर है। नेपाल के उप प्रधानमन्त्री और रक्षा मंत्री ईश्वर पोखरेल एक हफ्ते की लम्बी चीनी यात्रा पर गए थे।
इस यात्रा के दौरा चीन के रक्षा मंत्री वेंग फेंघे और नेपाल के रक्षा मंत्री ने इस मदद को प्रभावी बनाने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किये थे। इस एलान से नेपाल की आर्मी को चीन की आर्थिक मदद में 50 फीसदी का इजाफा हुआ है। इसके अलावा नेपाल के रक्षा मंत्री ने चीन के रक्षा मंत्री और चीन के केंद्रीय सैन्य परिषद् के उप सचिव जनरल कू क़ुइलिअन्ग से अलग से वार्ता की थी।
बीते वर्ष चीन ने नेपाली सेना के मानवता और आपदा के संकट से निजात के लिए 100 बिलियन आरएमबी की बढ़ोत्तरी की थी। चीन ने पिछले कुछ सालों में नेपाल की सेना के रक्षा बजट में काफी वृद्धि की है।
ईश्वर पोखरेल ने साथ ही 24-26 अक्टूबर तक आयोजित आठवें बीजिंग क्सिंग्शन फोरम में भी शिरकत की थी। इस मंच पर विश्व के 67 देशों के 500 प्रतिनिधियों और सात संघठनों ने भी शिरकत की थी। इस मंच की थीम एक नए तरीके की सुरक्षा साझेदारी था।
इस मंच को अधिकारिक रूप से क्सिंग्शन फोरम कहा जाता है। इसकी शुरुआत साल 2006 में हुई थी। जिसका मकसद सुरक्षा अधिकारियों, सैन्य ताकतों, अन्तराष्ट्रीय संघठनों और विशेषज्ञों को सहयोग के लिए एकजुट करना था।