Mon. Dec 23rd, 2024
    चीनी विदेश मंत्री

    चीन ने तुर्की से उसके पश्चिमी क्षेत्र शिनजियांग में चरमपंथी अभियान के खिलाफ लड़ने के लिए समर्थन करने का आग्रह किया है। तुर्की ने शिनजियांग में मुस्लिमों के अधिकारों के हनन के कारण बीजिंग की सख्त आलोचना की थी। चीन के कथित प्रशिक्षण संस्थानों के निर्माण ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है। चीन के मुताबिक, यह शिविर चरमपंथी विचारधारा के अंत के लिए स्थापित किये गए हैं जबकि पश्चिमी मुल्कों के मुताबिक यह नजरंबंद शिविर है जहां उइगर मुस्लिमों को कैद किया गया है।

    तुर्की की आलोचना

    शिनजियांग के हालात के बाबत एकमात्र मुस्लिम राष्ट्र तुर्की ने ही बारम्बार चिंता व्यक्त की है। फरवरी में उन्होंने यह मामला यूएन मानवधिकार परिषद् के समक्ष उठाया था। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने तुर्की के उपविदेश मंत्री सदात ओनल से बीजिंग में मुलाकात की थी।

    रायटर्स के मुताबिक चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि “चीन ने हमेशा तुर्की की सम्प्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया है और तुर्की के राष्ट्रीय सुरक्षा को सुरक्षित और स्थिरता को कायम रखने के प्रयासों का समर्थन किया है। मुझे उम्मीद है कि तुर्की भी चीन के मूल हितो का सम्मान करेगा। सतह ही पूर्वी तुर्किस्तान के आतंकी समूहों का अंत करने में हमारा समर्थन करेगा और दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग से सम्पूर्ण हालातो की रक्षा करेगा।”

    शिनजियांग में आतंकी समूह

    शिनजियांग में हालिया आतंकी हमलो के पीछे चीन ईस्ट तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट को जिम्मेदार ठहरता है। हालाँकि कई राजनयिकों और विदेशी जानकारी को सन्देश है कि वाकई ऐसा कोई समूह अस्तित्व में हैं।

    ओनल के हवाले से विदेश मंत्रालय ने कहा कि “चीन की राष्ट्रीय एकता की रक्षा और आतंकी समूहों के अंत में बीजिंग के प्रयासों का तुर्की समर्थन करता है और वह चीन के साथ व्यावहारिक सहयोग को मज़बूत करने के इच्छुक है।” शिनजिआंग में अशांति के कारण हालिया वर्षों में सैकड़ों लोगो की मौत हुई है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *