भारत और चीन के बीच चल रहे डोकलाम विवाद को दोनों देशों ने बातचीत से सुलझा लिया है। दोनों देशों ने अपनी सेनाओं को डोकलाम से हटा लिया है। इस पर चीन ने कहा है कि भारत को डोकलाम विवाद से सबक सीखना चाहिए और भविष्य में ऐसा नहीं करना चाहिए।
जाहिर है डोकलाम में भारत और चीन के बीच करीबन 70 दिनों से विवाद जारी था। विवाद तब शुरू हुआ था जब चीनी सैनिक डोकलाम में रोड बनाने के लिए आये थे। भारत ने चीनी सैनिकों का रास्ता यह कहकर रोक लिया कि यह एक विवादित इलाका है और कोई भी देश यहाँ रोड नहीं बना सकता है। दोनों देशों की सेनाएं करीबन 70 दिनों तक एक दूसरे के सामने डटी रही।
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इस बीच चीन की और से लगातार युद्ध की धमकियाँ दी जा रही थी। जबकि भारत इस विवाद को बात चीत के जरिये सुलझाना चाहता था। भारत ने इस बीच सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को भी चीन भेजा था। इस बैठक का हालाँकि कोई हल नहीं निकला। इस दौरान कई देशों ने भारत के साथ खड़े होकर चीन पर दबाव बनाना शुरू किया। जापान और अमेरिका ने सीधे तौर पर चीन को इस विवाद का जिम्मेदार बताया। भारत की मजबूत कूटनीति को देखकर चीन पर गहरा आंतरिक दबाव बन गया था। एक ओर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीन की किरकिरी हो रही थी वहीँ चीन के व्यापर पर भी इस विवाद का गलत असर पड़ रहा था।