चंडीगढ़ में एक सीनियर आईएएस की बेटी की कार का पीछा करने और छेड़छाड़ के आरोपी हरियाणा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला और उसके साथी आशीष कुमार को पुलिस ने आज सुबह 11 बजे कोर्ट में हाजिर होने के लिए समन जारी किया था। इसके बावजूद भी दोनों आरोपी तय वक़्त पर पूछताछ के लिए कोर्ट नहीं पहुँचे। इसके बाद दोनों आरोपियों की तलाश में चंडीगढ़ पुलिस हरियाणा के टोहाना जिले में पहुँच गई है। वहीं आरोपी विकास बराला के पिता और हरियाणा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने पत्र लिखकर दोनों आरोपियों की हाजिरी के लिए कुछ और वक़्त की मांग की है।
घटना की रात आरोपियों की गिरफ़्तारी के बाद हुई प्रारंभिक मेडिकल जाँच में इस बात की पुष्टि हो गई है कि घटना के वक़्त दोनों आरोपी पूरी तरह से नशे में धुत थे। उस वक़्त दोनों आरोपियों ने अपना ब्लड और यूरिन सैंपल देने से मना कर दिया था। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने उनके शरीर से आ रही बदबू और अन्य ऑब्जर्वेशन के आधार पर उनके नशे में धुत होने की पुष्टि की। चंडीगढ़ के आईजी का कहना है कि इस मामले में जाँच अहम मोड़ पर है। जाँच के लिए सैंपल न देना आरोपियों के खिलाफ जा सकता है। ऐसे में अब आरोपियों से पूछताछ करना बहुत जरुरी हो गया है।
घटना के वक़्त की सीसीटीवी फुटेज तलाश रही चंडीगढ़ पुलिस के हाथ 5 कैमरों की रिकॉर्डिंग लगी है। पेट्रोल पम्प से गिरफ्तारी की जगह तक 9 जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और उनमें से 5 कैमरों के ख़राब होने की बात सामने आ रही थी। बरामद फुटेज में गाड़ी का नंबर और गाड़ी में बैठे लोग तो साफ़-साफ़ दिखाई नहीं दे रहे हैं पर एक कार का पीछा करती हुई एसयूवी दिखाई दे रही है। यह फुटेज 11 सेकंड की है। वहीं विपक्षी पार्टियों ने चंडीगढ़ पुलिस पर भाजपा के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले की जाँच सीबीआई या उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से कराने की मांग की है।