इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि “मैं गोलन हाइट्स पर एक नयी बस्ती का निर्माण करना चाहता हूँ।” अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस क्षेत्र में इजराइल की सम्प्रभुता को मान्यता देने के लिए व्हाइट हाउस का आभार व्यक्त किया था।
मंगलवार को बेंजामिन नेतन्याहू ने गोलन हाइट्स की यात्रा की थी और कहा कि “राष्ट्रपति को अपना आभार व्यक्त करना जरुरी है। मैं एक प्रस्ताव को प्रस्तावित करूँगा जिसके तहत गोलन हाइट्स के एक नए समुदाय का नाम डोनाल्ड जे ट्रम्प पर होगा।”
बीते माह डोनाल्ड ट्रम्प ने गोलन की सम्प्रभुता इजराइल को आधिकारिक तौर पर सौंप दी थी जिसे उनसे साल 1967 में मध्य एशिया की जंग में सीरिया से छीन लिया था। गोलन हाइट्स की बस्तियों में अनुमानित 20000 इजराइल के नागरिक रहते हैं जिसे अधिकतर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अवैध करार देता है।
इजराइल ने आधिकारिक तौर पर साल 1981 में अपना आधिपत्य स्थापित किया था। इजराइल के कब्जे को वैश्विक समुदाय ने मान्यता नहीं दी थी। इजराइल का गोलन पर बस्तियों की स्थापना अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत अवैध है।
इराक के विदेश मंत्री मोहम्मद अली अल हकीम ने कहा कि “गोलन पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की घोषणा एकतरफा है और यह अंतर्राष्ट्रीय वैधता का उल्लंघन करता है। इराक इसे मान्यता नहीं देता है।
ईरानी संसदीय प्रतिनिधि के प्रमुख अलएद्दीन बोरोजर्दी ने कहा कि “गोलन हाइट्स पर अमेरिकी राष्ट्रपति के निर्णय का ईरान सख्ती से निंदा करता है।”
नाटो के साझेदार तुर्की ने अमेरिका की मान्यता को अस्वीकृत करार दिया और कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र सहित सभी स्थानो पर इसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। अरब लीग ने भी इस कदम की खिलाफत की है। इजराइल की राजधानी तेल अवीव से येरुशलम में स्थानांतरित करने के बाद फिलिस्तीन ने अमेरिका से वार्ता करना बंद कर दिया है।