गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हुई बच्चों की मौत के बाद गठित जाँच आयोग ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है। इस हादसे की जाँच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव के नेतृत्व में 4 लोगों की कमेटी गठित की थी। इस कमेटी ने हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों और दोषियों को चिन्हित कर अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और डॉ. कफील खान समेत 4 लोगों को घटना के लिए जिम्मेदार बताया गया है। रिपोर्ट में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अनुशंसा की गई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
मुख्य सचिव राजीव कुमार की अध्यक्षता में गठित आयोग ने आज अपनी रिपोर्ट सौंपी जिसमें उसने घटना के लिए मुख्य तौर पर 4 लोगों को दोषी माना। दोषियों में बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल राजीव मिश्रा, ऑक्सीजन सप्लाई विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सतीश, इंसेफेलाइटिस विभागाध्यक्ष और हादसे के बाद मसीहा कहे जा रहे डॉ. कफील खान और अस्पताल को ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी पुष्पा सेल्स के नाम है। इन सभी के विरुद्ध आपराधिक कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। रिपोर्ट में डॉ. कफील खान पर आपराधिक मुक़दमा चलाए जाने की अनुशंसा की गई है। उनके खिलाफ गलत शपथ पत्र देने और इंडियन मेडिकल काउंसिल के नियमों की अवहेलना करने का आरोप है।
इसके अतिरिक्त भ्रष्टाचार उन्मूलन अधिनियम के तहत बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी डॉ. पूर्णिमा शुक्ल के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश जारी किये गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमेटी की अनुशंसाओं को स्वीकारते हुए आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने के आदेश जारी किये हैं। अस्पताल में हुई बच्चों की मौत के मामले में बुधवार देर रात राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इस रिपोर्ट में बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और उनकी पत्नी, डॉ. कफील खान, डॉ. सतीश और ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली फर्म पुष्पा सेल्स के संचालकों समेत सात से ज्यादा कर्मचारियों-डॉक्टरों को नामजद किया गया है।