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    गूगल कृत्रिम बुधिमत्ता चीन

    तकनीकी कंपनी गूगल ने आज घोषणा की है कि वह कृत्रिम बुद्धिमता से समन्धित विषयों के शौध के लिए चीन की राजधानी बीजिंग में एक नया कार्यालय खोलेगा।

    जाहिर है गूगल समेत अनेक बड़ी कंपनियां कृत्रिम बुधिमत्ता के क्षेत्र में काम कर रही हैं। गूगल नें हाल ही में यह कहा था कि कृत्रिम बुधिमत्ता से सम्बंधित शौध के लिए वह जल्द ही अमेरिका से बाहर अन्य देशों में लैब खोलेगा। गूगल नें इस बात के लिए भारत और जापान पर भी विचार किया था।

    आपको बता दें कि चीन में गूगल के सर्च इंजन पर प्रतिबन्ध लगा है। इसके बावजूद भी चीन में गूगल के सैकड़ों कर्मचारी हैं, जो कंपनी की अन्य परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। इसके साथ ही गूगल चीन में कृत्रिम बुधिमत्ता के क्षेत्र में मौजूद प्रतिभाशाली लोगों का भी फायदा उठाना चाहता है। इसके अलावा गूगल के चीन कार्यालय के मुखिया कायफु ली भी कृत्रिम बुधिमत्ता के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।

    गूगल से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “मुझे लगता है कि कृत्रिम बुधिमत्ता और इसे फायदों की कोई सीमा नहीं है। चाहे कोई खोज अमेरिका करे या चीन करे, इसके फायदों से पूरी मानवता का अच्छा होगा। कृत्रिम बुधिमत्ता के क्षेत्र में पहली कंपनी होने के नाते यह हमारी योजना का मुख्य हिस्सा है। इसके लिए हम सबसे अच्छे प्रतिभावान लोगों के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं, चाहे वह कहीं भी हो।”

    चीन से आई ख़बरों के मुताबिक गूगल की इस परियोजना के लिए चीन नें लोगों को ढूंढना शुरू कर दिया है और वर्तमान में करीबन 20 नौकरियों के लिए आवेदन मांगें जा रहे हैं।

    इससे जुड़े एक अधिकारी डॉक्टर ली के मुताबिक, “अपनी परियोजना पर काम करने के अलावा गूगल चीन का कार्यालय अन्य कृत्रिम बुधिमत्ता से सम्बंधित कंपनियों के साथ भी काम करेगा। इसके अलावा गूगल कृत्रिम बुधिमत्ता से सम्बंधित विषयों में निवेश करेगा।”

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।