गुजरात विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे पर हमलावर होते जा रहे हैं। कांग्रेस गुजरात में 22 सालों से सत्तासीन भाजपा को सत्ता से बेदखल करने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है। कांग्रेस गुजरात में अपना 22 वर्षों का सियासी वनवास खत्म करने के लिए भाजपा से नाराज चल रही जातियों को मनाने में जुटी है और भाजपा सरकार के खिलाफ आन्दोलनरत युवा तिकड़ी कांग्रेस के समर्थन में खड़ी है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी अपना पूरा ध्यान गुजरात पर केंद्रित किए हुए हैं और राज्य में लगातार दौरे कर रहे हैं। राहुल गाँधी लगातार गुजरात सरकार और भाजपा पर हमले कर रहे हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने एक बार फिर अपने ट्विटर हैंडल से पीएम मोदी पर निशाना साधा है।
PM’s pet “Make in India” project just died. 33,000 crores of Gujarati taxpayer money turned to ash. Who is accountable? https://t.co/pQ9HUK6Ui1
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 26, 2017
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “पीएम के प्रिय मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट ने दम तोड़ दिया है। गुजराती लोगों के टैक्स के 33,000 करोड़ बर्बाद हो गए। किसकी जवाबदेही है?” कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने अपने ट्वीट में एक अंग्रेजी समाचार पत्र की रिपोर्ट को भी संलग्न किया है और जिसमें टाटा मोटर्स की लखटकिया कार नैनो की बिक्री में आई गिरावट का जिक्र है। समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार, “टाटा मोटर्स की लखटकिया नैनो कार की बिक्री में जबरदस्त गिरावट आई है और बीते 3-4 महीनों से देशभर के डीलर्स ने नैनो कार के लिए आर्डर देना बंद कर दिया है। नैनो की जगह टाटा के अन्य मॉडल्स ने ले ली है और अब नैनो डीलर्स के लिए घाटे का सौदा साबित हो रही है।”
राहुल ने साधा पीएम मोदी पर निशाना
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने अखबार की रिपोर्ट को आधार बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। यह पहली बार नहीं है जब राहुल गाँधी ने टाटा मोटर्स या किसी औद्योगिक घराने को लेकर पीएम मोदी पर हमला बोला है। राहुल गाँधी इससे पहले भी पीएम मोदी पर टाटा मोटर्स को फायदा पहुँचाने का आरोप लगा चुके हैं। चुनावी प्रचार के दौरान अपने गुजरात दौरों पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने कहा था कि बतौर मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाटा मोटर्स को 33,000 करोड़ की आर्थिक मदद की थी और नैनो के प्लांट के लिए किसानों की जमीन हड़पी थी। उनके इन आरोपों को अखबार की हालिया प्रकाशित रिपोर्ट से और बल मिला है। राहुल गाँधी एक बार फिर किसानों के हित के लिए आवाज उठाकर जमीनी मुद्दों को भाजपा के खिलाफ आधार बना रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्योगपतियों से अच्छे सम्बन्ध हैं और इस वजह से उन्हें औद्योगिक घरानों का समर्थन भी मिलता है। उद्योगपतियों से नरेंद्र मोदी की नजदीकियों के चलते मोदी सरकार को विपक्ष सूट-बूट की सरकार भी कहता है। नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में गुजरात ने बहुत तरक्की की और देश के सबसे खुशहाल राज्यों में से एक बना था। गुजरात भाजपा ने एक वीडियो सन्देश जारी कर इस मुद्दे पर सफाई दी थी और कहा था कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी पीएम मोदी पर जिस 33,000 करोड़ के आरोप लगाते हैं वह सभी काल्पनिक है। गुजरात भाजपा ने स्पष्ट किया है कि जो जमीन टाटा मोटर्स को नैनो प्लांट स्थापित करने के लिए दी गई थी वह किसानों की जमीन नहीं थी। वह सरकारी जमीन थी और उसे दोगुनी कीमत पर टाटा मोटर्स को दिया गया है।