Sat. Nov 23rd, 2024
    हार्दिक पटेल जेल दोषी

    इस समय गुजरात की राजनीति में हुक्म के इक्के कहे जा रहे हार्दिक पटेल ने खुले आम भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, और कुछ इस प्रकार आरोपों के बाणों की बारिश की है, अगर आज अर्जुन ज़िंदा होते तो शायद अपना सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर का खिताब हार्दिक पटेल को समर्पित कर देते। खैर अर्जुन तो ज़िंदा नहीं है परन्तु अगर बात होती है राजनीति में कटाक्ष या आरोपों के तीर छोड़ने की, तो हार्दिक पटेल भी कुछ कम नहीं नज़र आ रहे है।

    दरअसल, पाटीदार समुदाय द्वारा किए गए अनामत आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार को प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कांग्रसे ने उनके आरक्षण की मांग को स्‍वीकार कर लिया है, उन्‍होंने आगे कहा कि मैंने खुद यथार्थवर्ती जानकारों से बात की है और 50 फीसदी से ज्‍यादा का आरक्षण संभव है। इसके बाद उन्होंने आगे कहते हुए ना आव देखा ना ताव और भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए भाजपा पर गंभीर इल्जाम लगा दिए जिसने गुजरात विधानसभा चुनाव में भूकंप सा ला दिया है।

    उन्होंने कहा कि “मुझे 1,200 करोड़ रुपये का ऑफर था लेकिन मैं बिकाऊ नहीं हूँ”, उन्होंने आगे कहते हुए बोला कि “अक्सर मुझे कांग्रेस का समर्थक या सरल भाषा में बोलू तो कांग्रेस का एजेंट कहा जाता है”, अब वो कहते है ना कि उनका कमाल वहीं जाने मुझे तो सब कमाल लगता है सब धमाल लगता है। कुछ इसी प्रकार से हम इसे राजनीति के सन्दर्भ में कह सकते है। अक्सर नेता आरोप लगाते है, व्यंग करते है, सवाल करते है, अब इसे आरोप कहें या हकीकत यह तो अब वही जाने, हां पर अगर यह चुनावी सियासत को गर्माने का तरीका है तो शायद हां हार्दिक ने अपना काम कर दिया है।