गुजरात विधानसभा चुनाव में पहले चरण का मतदान होने में में अब 10 दिन से भी कम का समय बचा है। गुजरात में सत्ताधारी दल भाजपा सत्ता बचने की कवायद में जुटा हुआ है वहीं कांग्रेस अपना 22 सालों का सियासी वनवास खत्म करने की हर मुमकिन कोशिश करती नजर आ रही है। भाजपा और कांग्रेस के स्टार प्रचारक गुजरात के चुनाव प्रचार में उतर चुके हैं। पीएम मोदी से लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी तक के नाम इस सूची में शामिल है। भाजपा और कांग्रेस के अन्य बड़े चेहरे भी चुनावी प्रचार में उतर चुके हैं और एक-दूसरे के खिलाफ जमकर जुबानी हमले कर रहे हैं। इसी क्रम में चुनाव प्रचार के लिए अहमदाबाद आए वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सांसद आनंद शर्मा भाजपा पर जमकर बरसे। शर्मा ने कहा कि गुजरात में भाजपा को हार की भनक लग चुकी है और इस वजह से वह डर गई है।
कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा ने अपने अहमदाबाद दौरे पर कहा, “गुजरात की सत्ताधारी भाजपा सरकार आगामी चुनावों में अपनी हार तय देखकर डर गई है। हार के डर से ही भाजपा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी पर उल्टे-सीधे आरोप लगा रही है। इन सम्मानीय व्यक्तियों पर कटाक्ष करना पीएम मोदी को शोभा नहीं देता।” वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा ने कहा कि विदेशों में जाकर पीएम मोदी देशभक्ति का प्रमाण बाँटते हैं जिसे तत्काल बंद किया जाना चाहिए। पीएम होने के नाते मोदीजी को गुजरात और देश का ख्याल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा से सवाल करती रहेगी क्योंकि यही लोकतंत्र है। लोकतंत्र में विपक्ष को सवाल पूछने की आजादी है और सत्ताधारी दल को इससे नाराज नहीं होना चाहिए।
भाजपा पर कालेधन के इस्तेमाल का आरोप
आनंद शर्मा ने गुजरात विधानसभा चुनावों के चुनाव प्रचार में भाजपा पर कालाधन उपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान में भाजपा ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों को उतार दिया है। चुनाव प्रचार में पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है। भाजपा के चुनावी प्रचार अभियान में कालाधन का असर भी साफ नजर आता है।” उन्होंने सवाल किया कि आजकल देश और इन राज्यों में शासन-प्रशासन का कामकाज कौन देख रहा है? पूरी भाजपा गुजरात में व्यस्त है। मोदीजी केवल भाजपा ही नहीं वरन देश के प्रधानमंत्री हैं और उन्हें इसकी सच्चाई जनता के सामने रखनी चाहिए। आनंद शर्मा ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार राफेल विमान सौदे में 269 फीसदी अधिक दाम दे रही है। शर्मा ने पनामा पेपर्स का मामला भी उठाया और आरोपियों पर शीघ्र कार्यवाही की मांग की।
वाघेला पर बरसे शर्मा
अपने सम्बोधन के दौरान आनंद शर्मा ने पूर्व कांग्रेसी दिग्गज शंकर सिंह वाघेला को भी आड़े हाथों लिया। आनंद शर्मा ने कहा कि सीबीआई के डर से वाघेला भाजपा से जा मिले हैं। वाघेला पर भारी दबाव था और खुद को बचाने के लिए उन्होंने ऐसा किया है। उन्होंने कहा कि वाघेला की तरह ही जनविकल्प मोर्चा का भी कोई सियासी भविष्य नहीं है। गौरतलब है कि वाघेला को राष्ट्रपति चुनावों में गुजरात कांग्रेस के विधायकों द्वारा की गई क्रॉस वोटिंग के लिए जिम्मेदार माना गया था। आरोप लगने के बाद वाघेला ने बगावती तेवर अपना लिए थे और अपने जन्मदिन पर कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया। वाघेला के समर्थन में गुजरात कांग्रेस के कई विधायकों ने अपने इस्तीफे सौंप दिए थे जिससे गुजरात राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल की दावेदारी खतरे में पद गई थी।