उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों ने उनका बकाया न चुकाए जाने की दशा में आगामी लोकसभा चुनावों के बहिष्कार की संभावना जताई है।
पूर्वी उत्तरप्रदेश के बिजनौर जिले के किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के साथ मिलकर चुनाव आयोग को एक चिट्ठी भी लिखी है, जिसमें उन्होने आयोग को यह बताया है कि यदि उनकी बकाया राशि का भुगतान आम चुनावों से पहले न किया गया तो वे सामूहिक रूप से आम चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
गौरतलब है कि ये किसान बिजनौर जिले की चाँदपुर तहसील में पिछले एक महीने से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि क्षेत्र की 2 शुगर मिलों पर किसानों का करीब 62 करोड़ रुपये का बकाया है।
किसानों ने मीडिया से बात करते हुए बताया है कि पीबीएस फूड लिमिटेड और वेव शुगर इंडस्ट्री ने किसानों का भुगतान काफी समय से रोक रखा है।
वहीं दूसरी ओर सरकारी आँकड़ों की मानें तो राज्य भर में संचालित करीब 24 चीनी मिलों से किसानों का कुल 900 करोड़ रुपया बकाया कर रखा है।
गौरतलब है कि इन सभी 24 चीनी मिलों में से 14 चीनी मिलें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में स्थित हैं।
चीनी उद्योग व गन्ना विकास विभाग की मानें तो वित्तीय वर्ष 2017-2018 में इन मिलों पर कुल 35,463 करोड़ रुपया बकाया था, जिसके बाद करीब 34,000 करोड़ रुपये की राशि किसानों को बाँट दी गयी है।
वहीं भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने आपस में बैठक कर ये तय किया है कि जब तक किसानों को उनका बकाया वापस नहीं मिलता है, वे क्षेत्रीय विधायकों व सांसद के आवास पर धारणा देंगे।
इसी के साथ ही यूनियन के सदस्यों ने भुगतान न होने कि दशा में मिल मालिकों को व्यापार ठप होने की धमकी भी दी है।