गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी के दिन अमेरिका में स्थित भारतीय दूतावास के बाहर खल्लिस्तानी समर्थकों के एक समूह ने प्रदर्शन किया था। इस दौरान खालिस्तानी अलगाववादियों ने तिरंगे को जलाने की कोशिश भी की थी। ट्वीटर पर भारत विरोधी अभियान चलाने के लिए एक एक अलगाववादी समूह सिख फॉर जस्टिस के ट्वीटर अकाउंट को बंद कर दिया गया है।
ट्वीटर ने नियमों के उल्लंघन के आलावा ट्वीटर अकाउंट बंद करने के कोई कारण नहीं बताया है। ट्वीटर ने कहा की हमारे नियमों का उल्लंघन करने वालो के खातो को बंद कर दिया जाता है। शनिवार को तक़रीबन ढाई बजे एसएफजे के सदस्यों ने पाकिस्तानी पत्रकारों और कैमरामैन के सामने भारतीय ध्वज को जलाने का प्रयत्न किया। उन्होंने एक हरे रंग का ध्वज जलाया जिस पर एस लिखा हुआ था।
भारतीय अमेरिकी और प्रदर्शनकारियों के मध्य विवाद को बढ़ता देख स्थानीय कानून अधिकारियों ने भारतीय ध्वज को न जलाने की चेतावनी जारी की थी। साथ ही गतिरोध को शांति करने के लिए कई सैनिकों को मुस्तैद किया था। वांशिगटन में भारतीय दूतावास के सामने स्थित पार्क में दो समूहों के बीच तनावपूर्ण माहौल के कारण हालत कुछ देर के लिए तनावग्रस्त हो गयी थी।
यह गतिरोध दो घंटे तक जारी रहा, जब तक पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सड़क के किनारे जाने के लिए मजबूर नहीं किया था। स्थानीय सिख समुदाय ने एसएफजे की प्रदर्शन के लिए आलोचना की थी। अमेरिका में सिख समुदाय के अध्यक्ष और चेयरमैन जस्सी सिंह और कमलजीत सिंह ने संयुक्त बयान में कहा कि ध्वज को जलाने जैसे प्रदर्शन शांति और सद्भावना प्रिय सिख समुदाय के उसूलों के खिलाफ है।
उन्होंने कहा की मैं परेशान हूँ और चिंतित हूँ की इस घटना से अमेरिका के लोगों के मन में सिख समुदाय के लिए गलत धारणा बनेगी, जो समस्त विश्व में हमें भुगतनी होगी। अमेरिकी भारतीय संघठन ने एफएसजे के प्रदर्शन पर विरोध जताया था। न्यूयॉर्क के भारतीय-अमेरिकी अटॉर्नी रवि बत्रा ने कहा कि एसएफजे क्या है, अमेरिका में जन्मा संगठन, जो दूसरे देशो के ध्वजों को जलाता है और अपन अभियान के मुताबिक भारत में विदेशी एजेंटों से आतंकी गतिविधियाँ कराता है।