खेलो इंडिया विंटर गेम्स के चौथे संस्करण का शुभंकर और लोगो मंगलवार को लॉन्च कर दिया गया है। इस साल यह खेल पहली बार केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में 2 से 6 फरवरी तक आयोजित होंगे। इसके बाद 21 से 25 फरवरी तक यह खेल जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में जारी रहेंगे।
इस प्रतियोगिता के लिए खासकर बनाए गए शुभंकर को ‘शीन-ए-शी’ या फिर लद्दाखी में ‘शान’ नाम दिया गया है। यह एक सुंदर हिम तेंदुआ है, जो क्षेत्र की परंपरा और जैव विविधता का प्रतीक है। गेम का लोगो त्रिरंगी रंगों से सराबोर है, जो पहाड़ों की खूबसूरती और विभिन्न खेलों का प्रतिनिधित्व करता है। लोगो में लेह के चनस्प गांव की पहाड़ी पर धर्मचक्र भी बना हुआ है, जहां खेल का आयोजन होगा।
शुभंकर और लोगो को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर (डॉ.) बीडी मिश्रा (सेवानिवृत्त) और केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्रालय की सचिव सुजाता चतुर्वेदी की उपस्थिति में ऑनलाइन लॉन्च किया गया। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर 2 फरवरी को लेह के एनडीएस स्टेडियम में उद्घाटन समारोह का शुभारंभ करेंगे। लेह में तीन स्थानों पर आइस हॉकी और स्पीड स्केटिंग जैसे खेलों का आयोजन होगा।
ब्रिगेडियर मिश्रा ने खेल मंत्रालय के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा, “लद्दाख शीतकालीन खेलों की मेजबानी के लिए एकदम उपयुक्त जगह है। हम एक शुरुआत कर रहे हैं और हर वर्ष अच्छा करते जाएंगे।” श्री सिन्हा ने कहा, “यह जम्मू-कश्मीर में खेलो इंडिया विंटर गेम्स का मेरा चौथा साल है और मैं लद्दाख प्रशासन को एक सफल आयोजन की शुभकामनाएं देता हूं।”
हिम तेंदुआ 3200 मीटर से अधिक की ऊंचाई वाले जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के क्षेत्रों में पाया जाता है। यह भारत के अन्य हिमालयी राज्यों और नेपाल, तिब्बत, भूटान, चीन और मध्य एशिया जैसे पड़ोसी देशों के ऊंचाई वाले इलाकों में भी पाया जाता है।
हिम तेंदुए को शुभंकर बनाने का विचार जम्मू-कश्मीर खेल परिषद और लद्दाख के खेल विभाग ने लिया। यह शुभंकर पहाड़ों पर रहने वाले लोगों के विकास के मुद्दों, क्षेत्र के संवेदनशील पर्यावरण और इस खूबसूरत बिल्ली के प्राकृतिक आवास की रक्षा के प्रयासों के महत्व को दर्शाता है।