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    क्रिस्टियानो रोनाल्डो

    क्रिस्टियानों रोनाल्डो जो कि 33 साल के पुर्तगाल के फुटबॉल खिलाड़ी हैं, उन्होने अपने रिकार्ड के कारण फुटबॉल विश्व में दो दशक से तूफान खड़ा कर रखा हैं। जुवेंटस के इस खिलाड़ी के लिए पुराने रिकार्ड को तोड़ना और नए रिकार्ड बनाना हमेशा से एक कला रही है, जिसके कारण वह एक विशेष खिलाड़ी के रुप में जाने जाते है।

    रोनाल्डो उस समय सुर्खियों में आए थे जब वह 2003 में मैनचेस्टर यूनाईटेड के खिलाफ एक मैत्री मैच खेल रहे थे। उस समय सर एलेक्स फर्ग्युसन ने रोनाल्डो को अपने क्लब मैनचेस्टर यूनाईटेड के लिए चुना था।

    जब से पुर्तगाल के खिलाड़ियो ने ओल्ड ट्रैफोर्ड की चढाई की, तब से रोनाल्डो ने टीम के लिए हर विभाग में ्अच्छा प्रदर्शन किया, वह डिफेंडरो के ऊपर से गेंद निकाल देते थे, औऱ फ्री-किक और पेनल्टी किक को गोल में बदलने के मास्टर बन गए थे, औऱ निर्णायक खेलो के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन गए थे। मैनचेस्टर यूनाईटेड छोड़ने के बाद उन्होने यही सामान्य खेल रियल मैड्रिड की तरफ से भी दिखाया और अभी जुवेंटस के लिए भी कुछ ऐसा ही खेली जारी हैं।

    फुटबॉल के महारथी पेले, माराडोना और जिदान जैसे खिलाड़ी भी उनके खेल से भोचच्के रह गए थे, रोनाल्डो को हाल ही में अभी जुवेंटस के क्लब नें 100 मिलियन में खरीदा था। इससे पहले वो 9 साल स्पेनिश कल्ब रियल मैड्रिड से खेले थे।

    रोनाल्डो की उपस्थिति में जुवेंटस की टीम को अभी तक के खेले गए अपने सीजन मे इस बार एक अच्छी शुरुआत मिली हैं। वह क्लब की तरफ से 14 मैचों में सबसे पहले 10 गोल मारने वाले खिलाड़ी बन गए हैं।

    उसी के साथ, रियल मैड्रिड की टीम के लिए अबतक यह सबसे बेकार सीजन रहा हैं, और वह रोनाल्डो की अनउपस्थिति में गोल मारने में कामयाब भी नही हो पाए हैं। 116 साल के रिकार्ड में रियल मैड्रिड का यह सबसे खराब प्रदर्शन रहा हैं और वह इस सीजन एक भी गोल मारने में कामयाब नही हो पाए है।

    दोनो क्लब में रोनाल्डो के चलते ही गोल होते हुए आए है, क्योंकि जब रोनाल्डो रियल मैड्रिड में थे तो उनकी टीम हमेशा शीर्ष पर रहती थी, और अब जुवेंटस की टीम शीर्ष पर है। उनका प्रदर्शन ही नही बल्कि उनका नेतृत्व, जीतने का जुनुन, और सफलता के लिए भूख भी मैदान में खेल के दौरान दिखती है।

    रोनाल्डो एक दशक से रेड डेविल्स के लिए नंबर-7 की जर्सी पहन रहे हैं। उन्होने पुर्तागालियो को बदलने की संपूर्ण कोशिश और कई परीक्षण किये, लेकिन ओल्ड टैर्फोर्ड में उनकी विरासत के कोई भी करीब नही आ सका।

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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