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    पहली पंक्ति में बैठे नीतीश

    रामनाथ कोविंद ने मंगलवार, 25 जुलाई को देश के चौदहवें राष्ट्रपति के पद और गोपनीयता की शपथ ली। उनके शपथ ग्रहण समारोह में सभी पार्टियों के दिग्गज नेता और देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। पहली पंक्ति में बैठने वालों में पीएम नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू शामिल थे। केवल दो ही मुख्यमंत्री पहली पंक्ति में बैठे। उसमें भी नीतीश कुमार अकेले ऐसे थे जो गैर भाजपा समर्थक दल से आते हैं।

    गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने 17 विपक्षी दलों की सम्मिलित उम्मीदवार मीरा कुमार के खिलाफ जाकर रामनाथ कोविंद की उम्मीदवारी का समर्थन किया था। इस मुद्दे पर उनके महागठबंधन के सदस्य दलों से मतभेद भी जाहिर हुए थे। ऐसे में इस घटना को लेकर सियासी अटकलों का दौर शुरू हो गया है। इसे बिहार की राजनीति में नए राजनीतिक समीकरणों की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि भाजपा ने बिहार महागठबंधन में फूट पड़ने के बाद नीतीश कुमार का पक्ष लेते हुए कहा था कि वह बिहार में नीतीश सरकार(माइनस जेडीयू) को बिना शर्त समर्थन देने को तैयार है। हालाँकि नरेंद्र मोदी के मंच पर आने पर नीतीश कुमार अभिवादन के लिए अपनी कुर्सी से नहीं उठे। शपथ ग्रहण समारोह के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने खुद जाकर नीतीश कुमार से हाथ मिलाया। उन्होंने नीतीश कुमार से संछिप्त बातचीत भी की।

    केजरीवाल को नहीं मिली जगह, ममता से मिले मोदी

    शपथ ग्रहण समारोह में एकबार फिर से तृणमूल और आप का याराना देखने को मिला। जब केजरीवाल शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे तो तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने उन्हें अपने पास बैठा लिया। केजरीवाल, ममता बनर्जी और डेरेक ओ ब्रायन के साथ एक ही कतार में बैठे थे। केजरीवाल और ममता बनर्जी काफी करीबी माने जाते हैं और कई मुद्दों पर दोनों एकसाथ सरकार के खिलाफ खड़े दिखाई दिए है। उनकी इस बढ़ती दोस्ती ने एकबार फिर तीसरे मोर्चे के संकेत दिए हैं।

    शपथ ग्रहण समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी से मुलाकात की और मौजूदा हालातों की जानकारी ली। अपनी संछिप्त मुलाक़ात में उन्होंने सीएम बनर्जी से पश्चिम बंगाल के मौजूदा हालातों से केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को अवगत कराने को कहा। गृहमंत्री राजनाथ सिंह पैर में फ्रैक्चर होने की वजह से स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।