सुबह की एक कप कॉफ़ी सिर्फ ऊर्जा ही प्रदान नहीं करती अपितु कॉफ़ी के वास्तव में अनेकों फायदे हैं। इसके अंदर ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो न सिर्फ ज़रूरी पोषण प्रदान करते हैं बल्कि व्यक्ति की सेहत में भी सुधार लाते हैं।
शोध के मुताबिक, ये पाया गया है कि नियमित रूप से कॉफ़ी पीने वालों में बिमारियों का खतरा बहुत ही कम होता है।
दुनिया भर में तकरीबन 400 बिलियन कप कॉफ़ी का प्रतिवर्ष सेवन किया जाता है। इसी कारण से यह दुनिया की सबसे मशहूर पेय भी है।
आइये कॉफ़ी के कुछ फायदों का वर्णन करते हैं:
1. कॉफ़ी हमारी ऊर्जा बढ़ाने के साथ ही हमे सम्पूर्ण रूप से होशियार भी बनाती है
कैफीन नामक उत्तेजिक पदार्थ की मौजूदगी के कारण, कॉफ़ी में थकान दूर करने की क्षमता होती है। कॉफी का सेवन करने के बाद लोग ऊर्जावान महसूस करने लगते हैं। कैफीन दुनिया का सबसे ज़्यादा सेवन किया जाने वाला सैकोएक्टिव पदार्थ है।
कैफीन मस्तिष्क में एक निरोधात्मक न्यूरोट्रांसमीटर को अवरुद्ध करता है, जो एक उत्तेजक प्रभाव की ओर जाता है। इससे ऊर्जा के स्तर, मूड और मस्तिष्क समारोह के विभिन्न पहलुओं में सुधार होता है।
होता ये है कि जैसे ही व्यक्ति कॉफ़ी का सेवन करता है, कैफीन खून में अब्सॉर्ब हो जाता है और वहां से यह मस्तिष्क में पहुँचता है। मस्तिष्क में, कैफीन एक एडोनोसिन नामक न्यूरोट्रांसमीटर को अवरुद्ध करता है। जब ऐसा होता है, तो नॉरपेनेफ्रिन और डोपामिन जैसे अन्य न्यूरोट्रांसमीटर की मात्रा वास्तव में बढ़ जाती है, जिससे न्यूरॉन्स तेज़ी से निकलने लगते हैं।
मनुष्यों में कई नियंत्रित परीक्षण दिखाते हैं कि कॉफी मस्तिष्क के विभिन्न पहलुओं में सुधार करती है। इसमें याददाश्त, मूड, सतर्कता, ऊर्जा स्तर, प्रतिक्रिया का समय और सामान्य संज्ञानात्मक कार्य शामिल हैं।
2. कॉफ़ी से शरीर का फैट घटता है
यह पाया गया है कि कैफीन लगभग सारे फैट कम करने वाले पूरक में पाया जाता है। इसका मुख्य कारण यह है कि कैफीन उन कुछ पदार्थों में से है जो फैट कम करने के लिए उपयोगी पाये गए हैं।
कई अध्ययनों के अनुसार, कैफीन शरीर में वासा जलने की दर को बढ़ाता है और मेटाबोलिज्म की दर में भी 3-11 प्रतिशत की वृद्धि लाता है।
अन्य अध्ययनों में यह पाया गया है कि कैफीन विशेष रूप से वसा को जलाने में मदद करता है लेकिन ये मोटे लोगों में 10% तो वहीं पतले लोगों में 29% वसा जलाने में उपयोगी रहता है।
हालांकि, यह हो सकता है कि यह प्रभाव लंबे समय तक कॉफ़ी पीने वालों में बदल सकते हैं।
3. कैफीन शारिरिक प्रदर्शन में तेज़ी से सुधार करता है
कैफीन शरीर में नर्वस सिस्टम को उत्तेजित करता है जिससे वो फैट सेल्स को सिग्नल भेजता है कि वो शरीर में फैट कोशिकाओं को तोड़ने में सहायता करता है।
कैफीन एपिनेफ्रीन की मात्रा को भी बढ़ाता है। ये एक “फाइट और फ्लाइट” हॉर्मोन होता है जो हमारे शरीर को तीव्र शारीरिक श्रम के लिए तैयार करने के लिए तैयार करता है।
कैफीन वसा कोशिकाओं को तोड़कर उन्हें ईंधन के रूप में उपलब्ध कराता है। इन प्रभावों को देखते हुए, यह देखा गया है कि कैफीन औसत 11-12% की शारीरिक प्रदर्शन में सुधार कर सकते हैं।
इस वजह से यह कह सकते हैं कि जिम जाने से आधा घंटे पहले कॉफ़ी पीना काफी लाभदायक होगा।
4. कॉफ़ी में आवश्यक पोषक तत्त्व होते हैं
कॉफ़ी सिर्फ काला पानी नहीं बल्कि काफी गुणकारी होती है। कॉफ़ी बीन्स में मौजूद लगभग सारे तत्त्व इसके पेय में मौजूद होते हैं। कॉफ़ी के
एक कप में निम्न चीजें होती हैं:
- राइबोफ्लेविन(विटामिन बी2): लगभग 11%
- पैंटोथेनिक एसिड(विटामिन बी5): आरडीए का 6%
- मैंगनीज और पोटैशियम: आरडीए का 3%
- मैग्नीशियम और नियासिन(बी3): आरडीए का 2%
हालांकि, यह कोई बड़ी बात नहीं लगती है लेकिन लोग 3-4 कप से ज़्यादा कॉफ़ी प्रतिदिन के हिसाब से पी रहे हैं। यह सारे तत्व प्रति कप से अनुसार दे रखे हैं तो यदि कोई एक कप से ज़्यादा पीता है तो ये सभी जुड़ जाते हैं।
5. कॉफ़ी पीने वालों को कम होता है टाइप 2 डायबिटीज का खतरा
यदि कोई सबसे ज़्यादा होने वाली बिमारी सामने आ रही है तो वो डायबिटीज ही है। लगभग 300 मिलियन लोग दुनियाभर में इससे ग्रसित हैं।
इसमें लोगों के खून में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है और इन्सुलिन की मात्रा कम हो जाती है। लेकिन शोध में पाया गया है कि कॉफ़ी पीने वाले लोगों में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम होता है। ज़्यादा कॉफ़ी पीने वालों को न पीने वालों के मुकाबले 23-50% कम खतरा होता है डायबिटीज का। एक शोध के मुताबिक ये अंतर लगभग 67% तक है।
6. कॉफ़ी अल्झाइमर और डेमेंटिया के खतरे से बचाता है
अल्झाइमर दुनिया का बहुत ही आम मानसिक रोग है और डेमेंटिया के बढ़ने का मुख्य कारण है। ये लोगों को लगभग 65 की उम्र में नुक्सान पहुंचाता है और इसका आज तक कोई इलाज मौजूद नहीं है। हालांकि, इस रोग से बचने के कई तरीके मौजूद है लेकिन कॉफ़ी इनमे से सबसे ज़्यादा लाभदायक माना गया है।
शोध के मुताबिक, कॉफ़ी पीने वालों को 65% कम खतरा होता है अल्झाइमर का।
7. कैफीन पार्किन्सन रोग से भी बचाता है
दुनिया का दूसरा सबसे खतरनाक मानसिक रोग, पार्किन्सन भी कॉफ़ी के आगे पिछड़ जाता है। यह रोग डोपामाइन पैदा करने वाले न्यूरॉन्स की मृत्यु के कारण होता है। इसका भी कोई इलाज मोजूद नहीं है लेकिन लोग इससे भी बच सकते हैं यदि नियमित रूप से कॉफ़ी पीएं। यहाँ पर भी कैफीन ही है जो इस खतरे से बचाता है। जो लोग बिना कैफीन(डीकैफ) वाली कॉफ़ी पीते हैं, उनको पार्किन्सन से बचाओ नहीं मिलता है।
8. कॉफ़ी लिवर को खराब होने से भी बचाता है
ऐसा पाया गया है कि कॉफ़ी सिरोसिस से बचाता है जो लिवर के खराब होने का मुख्य कारण माना जाता है। प्रतिदिन 4 कप कॉफ़ी पीने वालों का लिवर एकदम स्वस्थ रहता है।
जैसा कि सभी जानते हैं, लिवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जिसके खराब होने से शरीर की काम करने की क्षमता पर फर्क पड़ता है।
9. कॉफ़ी डिप्रेशन से लड़कर इंसान को खुश रखती है
आजकल, युवा हों या बुज़ुर्ग, डिप्रेशन अथवा तनाव से आधी दुनिया ग्रसित है। यह एक ऐसा रोग है जिससे ज़िन्दगी नीरस बन जाती है ओर इंसान दुखी रहने लगता है।
2011 में प्रकाशित हार्वर्ड के एक शोध में ये पाया गया है कि जो महिलाये प्रतिदिन 4 कप कॉफ़ी का सेवन करती हैं उनमें डिप्रेशन का खतरा 20% घट जाता है। एक अन्य शोध के अनुसार, खुदखुशी का खतरा भी 53% तक घट जाता है।
10. कॉफ़ी से कुछ प्रकार के कैंसर का भी खतरा घट जाता है
शोध के अनुसार, 4-5 कप कॉफ़ी पीने वालों में 15% कॉलोरेक्टल कैंसर का खतरा कम हो जाता है। तो वहीं 40% तक लिवर कैंसर का खतरा घट जाता है। इन दो प्रकार के गंभीर कैंसर से कॉफ़ी हमारी सुरक्षा का काम करती है।
11. कॉफ़ी रखती है दिल को जवान
यह अक्सर कहा जाता है कि कैफीन से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। यह सच है लेकिन यह असर ज़्यादा लंबे समय तक नहीं चलता है। तो जिन लोगों को ज़्यादा ब्लड प्रेशर की बीमारी है वे कॉफ़ी के सेवन से अपने ब्लड प्रेशर तो नियंन्त्रित करने का कार्य कर सकते हैं। कॉफ़ी पीने वालों में दिल के दौरे का 20% कम खतरा होता है।
12. कॉफ़ी बढ़ाये ज़िन्दगी के साल
विभिन्न रोगों से बचाने वाली कॉफ़ी, लोगों को लंबी ज़िन्दगी देती है। अनेकों अध्ययनों में पाया गया है कि कॉफ़ी लोगो को जल्दी मरने से बचाती है। 20% आदमियों में और 26% महिलाओं में यह जल्दी मृत्यु का खतरा कम करती है।
13. पश्चिमी आहार में कॉफ़ी होती है एक एंटीऑक्सीडेंट
कॉफ़ी बहुत ही सेहतमंद पेय माना गया है। यहाँ तक कि कुछ शोधों के मुताबिक कॉफ़ी फल और सब्जियों से भी ज़्यादा एंटीऑक्सीडेंट देते हैं।