कैटालिन कारिको (Katalin Karikó) और ड्रू वीसमैन (Drew Weissman) को 2023 का नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) फिजियोलॉजी या मेडिसिन से सम्मानित किया गया है। उन्हें mRNA टीकों के विकास में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया है। mRNA टीके COVID-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए हैं।
कारिको और वीसमैन ने 1990 के दशक में mRNA के प्रभावों पर शोध करना शुरू किया। उन्होंने पाया कि mRNA को एक शक्तिशाली प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को ट्रिगर करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन केवल अगर इसे संशोधित किया जाए ताकि यह सूजन का कारण बनने की संभावना कम हो। कारिको और वीसमैन ने mRNA को संशोधित करने के लिए एक विधि विकसित की जो इसे टीकों के लिए सुरक्षित और प्रभावी बनाती है।
COVID-19 महामारी के दौरान, कारिको और वीसमैन की mRNA टीकों पर काम फिर से ध्यान में आया। उनकी तकनीक का उपयोग COVID-19 टीकों के विकास के लिए किया गया था, जिन्हें अब दुनिया भर में अरबों लोगों को दिया जा चुका है।
कारिको और वीसमैन की खोजें वैज्ञानिक समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने टीकों के विकास के लिए एक नए युग की शुरुआत की है। mRNA टीकों को अन्य बीमारियों के खिलाफ टीकों के विकास के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
कारिको एक हंगेरियन-अमेरिकी बायोकेमिस्ट हैं। उन्होंने 1985 में बुडापेस्ट विश्वविद्यालय से रसायन विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने 1989 में संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थानांतरित किया और पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय में काम करना शुरू किया।
वीसमैन एक अमेरिकी चिकित्सक-वैज्ञानिक हैं। उन्होंने 1986 में हार्वर्ड मेडिकल स्कूल से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने 1991 में पेन स्टेट यूनिवर्सिटी में काम करना शुरू किया।
कारिको और वीसमैन की खोजें वैज्ञानिक समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। कारिको और वीसमैन के काम की प्रशंसा दुनिया भर के वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य पेशेवरों ने की है। उन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान लाखों लोगों की जान बचाने में मदद की है।