सबरीमाला मंदिर में 2 महिलाओं के प्रवेश के बाद भड़की हिंसात्मक प्रदर्शन के 4 दिनों बाद केरल में रविवार का दिन शांतिपूर्ण तरीके से गुजरा। अब तक इन प्रदर्शनों में करीब 5,769 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 1,869 केस दर्ज किये गए हैं।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ये सरकार की जिम्मेदारी है कि वो उसके आदेश को लागू करे। उन्होंने ये भी कहा कि वो किसी भी विरोध प्रदर्शन के आगे झुकेंगे नहीं क्योंकि देश के सुप्रीम कोर्ट का फैसला सबसे ऊपर है।
मुख्यमंत्री ने भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व से अपील की है कि वो अपने केरल इकाई को राज्य में हिंसा फैलाने से रोके।
विजयन ने फेसबुक पोस्ट में कहा, “सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को लागू करना राज्य का संवैधानिक कर्तव्य है। आरएसएस, भाजपा और संघ परिवार द्वारा फैलाई गई हिंसा के अलावा कोई हिंसा नहीं फैला रहा है। और अब वो सरकार को संवैधानिक परिणामों के लिए धमकी दे रहे हैं।”
मुख्यमंत्री का पोस्ट तब आया जब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया कि माकपा नीत एलडीएफ सरकार भाजपा कार्यकर्ताओं को राज्य के खिलाफ आवाज उठाने के लिए गिरफ्तार कर रही थी। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि उसे संवैधानिक परिणामों का सामना करना पड़ेगा।
विजयन ने यह भी आरोप लगाया कि संघ परिवार केरल में भी उन्हीं तरीकों को लागू करने की कोशिश कर रहा है जो उन्होंने उत्तर भारत में किए थे। लेकिन ये केरल में सफल नहीं होगा। राज्य हर तरह के साजिशों का मजबूती से सामना करेगा।
राज्य पुलिस अधीक्षक ने कहा कि करीब 5,800 लोगों को गिरफ्तार किया गया था जिसमे से 4,980 लोगों को जमानत दे दी गई। कन्नूर जिले में अब तक 283 मामले दर्ज किए गए हैं और 764 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कन्नूर में ही स्थित एक RSS के दफ्तर को आग भी लगा दी गयी थी और भाजपा सांसद वी मुरलीधरन के घर पर एक देसी बम फेंका गया था।