पूर्व भारतीय कप्तान और मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने विश्वकप के लिए नंबर चार स्लॉट पर अपनी राय रखी है। ‘कर्नल’ के नाम से जाने जाने वाले वेंगसकर का मानना है कि एक महत्वपूर्व स्थान के लिए शोपीस इवेंट में नंबर चार पर केएल राहुल से बल्लेबाजी करवानी चाहिए क्योंकि कर्नाटक के बल्लेबाज के पास इंग्लिश परिस्थितियों में खेलने के लिए एक शानदार तकनीक और स्वभाव है। हालांकि, राहुल का फॉर्म पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कुछ खास नही रहा था और उन्होने पूरी सीरीज में केवल एक शतक जड़ा था।
भारतीय टीम के चयनकर्ताओं ने विजय शंकर को अंबाती रायडू की जगह विश्वकप में नंबर चार बल्लेबाज के तौर पर चुना है। लेकिन अब यह फैसला किसी को पसंद नही आ रहा है कि क्योंकि हाल में खत्म हुए इंडियन प्रीमियर लीग में विजय शंकर अपने बल्ले से कुछ खास नही कर पाए। अब जो सवाल उठ रहा है, वह यह है कि क्या विजय इंग्लिश परिस्थितियों में नंबर 4 पर उम्मीदों को पूरा कर सकते हैं।
डेक्कन क्रॉनिकल के साथ बातचीत करते हुए वेंगसरकर ने कहा,
” हमारे पास शिखर धवन और रोहित शर्मा के रुप में एक सुलझी हुई ओपनिंग जोड़ी है। नंबर तीन पर विराट कोहली शानदार है। उनके पास शानदार तकनीक है और वह शीर्ष तीन में अच्छी तरह से पूरक कर सकते है। मैं मानता हूं कि नंबर चार बल्लेबाज को स्पेशलिस्ट बल्लेबाज होना चाहिए।”
जैसे की पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच चल रही सीरीज को देखकर पता लग रहा है कि आगामी विश्वकप में पिचे कैसा बर्ताव करेगी, वेंगसरकर जिन्होने 1979 और 1983 में दो विश्वकप खेले है उनका मानना है कि राहुल की तकनीक उन्हे इस स्थान पर फायदा पहुंचा सकती है।
वेंगसरकर का कहना है कि राहुल शुरुआती विकेटों गिरने के बाद के मामले में स्थिरता दे सकते हैं
वेंगसरकर ने राहुल के बारे में कहा,
” जैसे की वह एक स्पेशलिस्ट ओपनर है, अगर शुरुआती विकेट जल्द गिरते है, तो वह टीम में अपनी बल्लेबाजी से स्थिरता ला सकते है। मुझे लगता है कि उन्हें प्लेइंग-11 का हिस्सा होना चाहिए।”