भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज कुवैत की यात्रा पर गयी हैं। इस यात्रा के दौरान कुवैत ने उनका बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया था। कुवैत के एक गायक ने जब राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का पसंदीदा भजन ‘वैष्णव जन तो’ सुनाया तो सुषमा स्वराज मंत्रमुग्ध हो गयी थी। कुवैत के एक गायक ने सुषमा स्वराज की स्वागत में हिंदी भजन सुनकर सबका दिल जीत लिया था।
कुवैत के गायक अल रशीद का गायन प्रदर्शन बेहद अव्वल दर्जे का था और इसके ख़त्म होने के बाद दर्शकों ने एक साथ गायक के लिए तालियां बजायी थी। सुषमा स्वराज ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए गायक अल रशीद का अभिवावादन किया था।
सुषमा स्वराज ने कहा कि गायक अल रशीद के बॉलीवुड के दो गाने गाने बहुत मुश्किल थे लेकिन उन्होंने इन गानों को अनायास और आसानी से गा दिए थे। उन्होंने कहा कि मैं उनकी इस अद्भुत कला को सुनकर हतप्रभ रह गयी थी और उन्होंने बिना भजन के बोल को देखकर वैष्णव जन तो गा दिया था। उनके इस अंदाज़ के कारण सभी को वह याद है और उन्होंने हमें गौरवान्वित किया है।
#WATCH: Kuwaiti singer Mubarak Al-Rashid sings the favourite bhajan of Mahatma Gandhi `Vaishnav Jan to Tene Kahiye’ during an event in Kuwait, in the presence of EAM Sushma Swaraj. pic.twitter.com/aKqy1HM2hn
— ANI (@ANI) October 30, 2018
कुवैत क गायक ने कहा कि मुझे बहुत ख़ुशी है कि भारतीय दूतावास ने मुझे इस सम्मेलन में शामिल होने का न्योता दिया था। उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि मैंने महात्मा गाँधी का पसंदीदा भजन वैष्णव जन तो तेने कहिये गाया है। इस गाने को भारत की विदेश मंत्री के समक्ष गाकर मैं बहुत प्रसन्न हूं।
सुषमा स्वराज ने संबोधन के दौरान कहा कि खाड़ी राष्ट्रों में कार्यरत 3.9 मिलियन कर्मचारियों ने अपनी समस्याओं को लेकर सीधे ट्वीट किया था और उनकी समस्याएं मंत्रालय ने सुलझाई है। उन्होंने कहा कि सभी मंत्रालय को 140 शब्दों में अपनी समस्या बता सकते हैं और हम आपकी मदद के लिए 24*7 तत्पर हैं।
विदेश मंत्री ने कहा कि काम ख़त्म होने के बाद में ट्वीट देखती हूँ। उन्होंने कहा कि मैं तुरंत राजदूत को समस्या से इतल्लाह कर देती हूँ और मुझे ख़ुशी है कि राजदूत भी बेहद संवेदनशील है और बखूबी कार्य करते है। उन्हें कहा कि मुझे तुरंत जवाब आ जाता है कि आपके राजदूत ने संपर्क किया था। उन्होंने कहा कि हम आपकी समस्याओं के निदान के लिए हर घडी कार्य करते हैं।