आज किसान आंदोलन का 29 वां दिन है। इस आंदोलन में अब तक काफी बहसबाज़ी, राजनीति और गहमा गहमी देखी जा रही थी। लेकिन आज यहां राजनीति ने एक दिलचस्प मोड़ लिया। प्रियंका गांधी व रॉबर्ट वाड्रा समेत कई कांग्रेसी नेता आज किसानों से मिलने आंदोलन स्थल पर गये। लेकिन वहां उनको गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू हो चुका है। कांग्रेस केन्द्र पर लगातार निशाना साध रही है।
केंद्र सरकार द्वारा बिल में संशोधन के प्रस्ताव को किसान पहले ही ठुकरा चुके हैं। बातचीत के लिए भी कोई तारीख किसानों के द्वारा तय नहीं हुई है। वहीं 25 दिसंबर को नरेंद्र मोदी स्वयं किसानों को संबोधित करने वाले हैं। इसी बीच कांग्रेस ने अपनी राजनीति चमकाने का सुनहरा अवसर ढूंढा। प्रियंका गांधी व उनके पति रॉबर्ट वाड्रा समेत दूसरे कुछ नेता किसान आंदोलन में पहुंचे लेकिन उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
हालांकि थोड़ी देर बाद उन्हें रिहा भी कर दिया गया। वहीं राहुल गांधी और कांग्रेस के तीन नेताओं ने राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति से मुलाकात की। इस दौरान राहुल गांधी ने राष्ट्रपति को दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षर वाला एक मेमोरेंडम भी सौंपा है। राहुल गांधी का कहना है कि सरकार को तुरंत यह कानून वापस लेना चाहिए। वहीं प्रियंका गांधी ने भाजपा पर निशाना साधा है और कहा है कि सरकार का किसानों को देश विरोधी कहना पाप है। किसानों की समस्याओं का हल तब निकलेगा जब सरकार उनका सम्मान करेगी।
राहुल गांधी ने प्रियंका और रॉबर्ट व कांग्रेस के अन्य कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर केन्द्र पर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि भारत में अब लोकतंत्र नहीं रह गया है। यदि आप को लगता है कि यह है तो यह बस आपकी कल्पनाओं में है। इस तरह किसान आंदोलन में आज का दिन कांग्रेस की राजनीति की भेंट चढ़ गया।