पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी राष्ट्रीय राजनीति में लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं। नॉर्वे के दौरे से लौटने के बाद वह लगातार देशभर में पार्टी को मजबूत करने में जुटे हुए हैं। बीते दिनों वह गुजरात विधानसभा चुनावों की तैयारियों का जायज लेने और संवाद सम्मलेन में हिस्सा लेने अहमदाबाद गए थे। गुजरात से लौटकर उन्होंने दिल्ली स्थित अपने आवास पर बिहार कांग्रेस के सभी विधायकों से निजी तौर पर मुलाकात कर बिहार कांग्रेस में उठ रही बगावत की वजह जानने की कोशिश की। इसी कड़ी में आज कांग्रेस उपाध्यक्ष महाराष्ट्र दौरे पर हैं। वह यहाँ मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़ और परभानी जिलों का दौरा करेंगे। कांग्रेस उपाध्यक्ष पहले नांदेड़ पहुँचेंगे और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उन्हें सम्बोधित करेंगे। इसके पश्चात् वह सड़क मार्ग से परभानी के लिए रवाना होंगे। वह परभानी में किसानों की रैली को सम्बोधित करेंगे।
कांग्रेस का गढ़ है नांदेड़
नांदेड़ को महाराष्ट्र में कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। अक्टूबर के मध्य में यहाँ निकाय चुनाव होने हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी अपने दौरे के दौरान यहाँ स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने वालों, पार्टी पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, ब्लॉक अध्यक्षों और मराठवाड़ा के जिला अध्यक्षों से मुलाकात करेंगे। इसके पश्चात राहुल गाँधी सड़क मार्ग से ही परभानी जायेंगे। परभानी नांदेड़ से 2 घंटे की दूरी पर स्थित है। यह माना जा रहा है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी मोटर साईकिल से नांदेड़ से परभानी जायेंगे। वह रास्ते में गाँव वालों और किसानों से मुलाकात करते हुए जायेंगे। इस दौरान राहुल गाँधी के साथ महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण समेत पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायक, सांसद और पार्टी पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी मराठवाड़ा क्षेत्र के किसानों की ऋणमाफी और आत्महत्या को लेकर आवाज उठाएंगे। राहुल गाँधी क्षेत्र के किसानों से सीधा संवाद करेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे। वह दोपहर 2 बजे के करीब परभानी में किसानों की संघर्ष सभा की रैली को सम्बोधित भी करेंगे। सूखा प्रभावित मराठवाड़ा में इस वर्ष अब तक 100 से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं और किसानों की बढ़ती आत्महत्याओं को रोकने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। राहुल गाँधी इस मुद्दे को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और महाराष्ट्र की भाजपा सरकार की नीतियों पर हमला बोल सकते हैं।