राजस्थान चुनाव के दौरान पार्टी में टिकट वितरण को लेकर हुई अंदरुनी कलह को याद करते हुए इस बार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहले ही राज्य ईकाईयों को उम्मीदारों के नामों की अंतिम सूची इस महीने के अंत तक भेजने को कहा है। उन्होंने कहा है कि ईकाईयां निर्वाचित क्षेत्र के साथ प्रत्याशी का नाम लिखकर दे ताकि उसे कांग्रेस इलेक्शन कमिटी द्वारा पारित कराया जा सके।
ज्ञात हो कि पिछले चुनाव में कई जगह खासकर राजस्थान में पार्टी के भीतर उम्मीदवारों के नाम को लेकर कलह हुई थी, जिससे कांग्रेस की बहुत जग-हंसाई हुई थी। तमाम बड़े नेता विरोध प्रदर्शन करने लग गए थे। वह स्थिति दोबारा से न पैदा हो इसलिए राज्य ईकाईयों को इस माह के अंत तक नाम भेजने के लिए कहा गया है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व महासचिवों के बीच हुई बैठक में सभी ने टिकट वितरण को एक अहम समस्या बताया था।
नाम न बताने की शर्त पर एक कांग्रेसी नेता ने आईएएनएस को बताया कि, “टिकट वितरण को लेकर हमेशा से पार्टी में अंदरुनी कलह होती है इसलिए इस बार पहले ही राज्य ईकाईयों को फाइनल नाम जमा करने के लिए कहा गया है।” उन्होंने यह भी बताया कि “मार्च महीने में पार्टी अपने अधिकतर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा भी कर देगी। जिससे उन्हें प्रचार करने का पर्याप्त समय मिल सकेगा।”
उम्मीदवारों के नाम के अलावा राहुल गांधी ने राज्य स्तर की समस्याओं का भी विवरण मांगा है ताकि वे केंद्र की समस्या व राज्य की समस्या दोनों को घोषणा-पत्र में शामिल कर सकें। “राफेल-घोचाला, कृषि-समस्या, बेरोजगारी, लोकतांत्रिक संगठनों पर वार आदि के अलावा अध्यक्ष ने अन्य समस्याओं के लिए सुझाव भी देने को कहा है।”
घोषणा-पत्र कमिटी में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी. चिदंबरम, जयराम रमेश, शशि थरुर, सलमान खुर्शीद के अलावे अन्य लोग भी शामिल हैं। 56 शहरों से जनमत एकत्र करके 176 परामर्श के बाद घोषणा-पत्र बनाया जाएगा।
घोषणा-पत्र में राहुल गांधी के गेम-चेंजर बताई जाने वाली स्कीम ‘न्यूनतम आय गारंटी’ का भी उल्लेख होगा। जिसपर राहुल गांधी और पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुरामजी राजन के बीच हुई चर्चा भी लिखी जाएगी। पार्टी में शमिल युवाओं, महिलाओं के साथ-साथ कांग्रेस ने पत्र में ट्रांसजेंडर के मत भी शामिल करने का निर्णय लिया है।
जिस बाबत जनवरी में कांग्रेस ने ट्रांसजेंडरों के अधिकार के लिए लड़ रही वकील अप्सरा रेड्डी को कांग्रेस महिला विंग का महासचिव भी बनाया था। पार्टी तमाम वेबसाइट्स के जरिए भी जनता की जरुरतों व समस्याओं को जानने की कोशिश कर रही है।