भारत के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने के बाद पाकिस्तान की कार्रवाई की आलोचना की है और कहा कि “पाकिस्तान परेशान है क्योंकि आतंकवाद को पालने-पोसने की उसकी आदत है।” उन्होंने ह्यूस्टन में आयोजित कार्यक्रम में यह स्पीच दी थी।
उन्होंने कहा कि “भारत द्वारा किये गए काम से कुछ लोगो को दिक्कते हुई है जो अपने है जो अपने ही देश को समभलने में सक्षम नहीं है। वे शान्ति नहीं चाहते हैं।” भारत ने बीते महीने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी कर दिया था और जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक को पारित किया था जिसके तहत राज्य को दो केन्द्रशासित प्रदेशो में विभाजित कर दिया था।
प्रधानमन्त्री ने कहा कि “बीते 70 सालो से हमारी एक ही चुनौती थीं जिसे हमने कुछ दिनों पहले विदाई दे दी है। अनुच्छेद 370 ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख को विकास और समान अधिकारों से दूर रखा है। अलगाववादी नेता और आतंकवाद इस स्थिति का फायदा उठा रहे थे। अब यह लोग भी उन्ही अधिकारों का लुत्फ़ उठा रहे हैं जो शेष राष्ट्र के लोग उठा रहे हैं।”
मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीन लिया था। पाकिस्तान ने इस मुद्दे का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने का को मौका नहीं छोड़ा था। हालाँकि इस्लामाबाद इस मामले का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने नाकाम रहा है। अमेरिका ने भी इसे भारत का आंतरिक मामला बताया है।
पीएम मोदी ने रविवार को ह्यूस्टन में एक भव्य समारोह में शिरकत की थी जिसमे भारतीय समुदाय के 50 हजार लोग शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में उनके साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी थे।
पीएम मोदी ने कहा कि “ऐसे लोग अपनी सरजमी पर आतंकवाद को फल फूलने देते हैं और शान्ति से ज्यादा चरमपंथ को तरजीह देते हैं। उनके लिए नफरत राजनीति का केंद्र बन गया है।” न्यूयोर्क के लिए रवाना होने से पूर्व प्रधानमन्त्री मोदी ने अमेरिकी के राष्ट्रपति को परिवार के साथ भारत आने का आमंत्रण दिया था।