जैसा की हम सब जानते है, भारत रत्न हमारे देश की सबसे बड़ी उपाधि है। यह उन लोगो को मिलता है जिन्होंने अपने भरसक प्रयासों से देश को गौरवान्वित किया है।
यह पुरस्कार अभी तक काफी नामी हस्तियों को दिया जा चूका है। सचिन तेंदुलकर हो या अटल विहारी वाजपेयी दोनों ही भारत रत्न के हकदार हैं।
इसी के चलते सरकार ने हाल ही में दोनों को इस उपाधि से सम्मानित किया। परन्तु हाल ही में हुई अन्नाद्रमुक पार्टी के दिवंगत नेता एम करुणानिधि की मृत्यु के पश्चात पार्टी ने उनके लिए केंद्र सरकार से भारत रत्न की सिफारिश करी है।
राज्यसभा में अन्नाद्रमुक के तिरुची शिवा ने शून्य काल के दौरान करुणानिधि के सामाजिक और राजनीतिक योगदान का जिक्र करते हुये कहा कि वह इस सम्मान के लिये सर्वथा योग्य हैं।
उन्होंने सरकार से इस दिशा में सकारात्मक तौर पर विचार करने की मांग की। शिवा ने कहा कि, “करुणानिधि ने ना सिर्फ जातीय आधार पर व्याप्त सामाजिक भेदभाव के खिलाफ सफल आंदोलन का आगाज किया था बल्कि साहित्य, अभिनय और कला के क्षेत्र में भी उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियां हैं।
उन्होंने ना सिर्फ कहानियां और कविताएं लिखीं बल्कि 80 फिल्मों की स्क्रिप्ट भी लिखी। वह इस सम्मान के लिये सर्वथा योग्य हैं।” उन्होंने सरकार से इस दिशा में सकारात्मक तौर पर विचार करने की मांग की।
अपने ब्यान में शिवा ने कहा कि, “दक्षिण में द्रविण आंदोलन के नेता के रूप में करुणानिधि के उल्लेखनीय योगदान को नजरंदाज नहीं किया जा सकता है।
उनके योगदान और प्रतिभा का देखते हुये करुणानिधि देश के शीर्ष नागरिक सम्मान भारत रत्न के लिये योग्य व्यक्ति हैं।”
उन्होंने सरकार से इस दिशा में यथाशीघ्र सकारात्मक पहल करने की मांग की अब देखना यह दिलचस्प होगा की सरकार इस मांग का क्या उत्तर देती है।