भारत और पाकिस्तान के अधिकारियो के बीच करतारपुर गलियारे पर तीसरे चरण की बैठक जारी है और यह अमृतसर के अट्टारी में की जा रही है। बातचीत शुरू होने से पूर्व पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि “हमें उम्मीद है कि भारत और पाकिस्तान के बीच 4 सितंबर को होने वाली बैठक में करतारपुर कॉरिडोर के संचालन और मसौदा समझौते से संबंधित उन मसलों पर सहमति बन जाएगी जिन्हें पिछली बैठक में नहीं सुलझाया जा सका था।”
फैसल ने कहा कि “हम करतारपुर गलियारे पर आज मसौदे समझौते को आखिरी रूप देने के लिए आशावादी है। इस प्रोजेक्ट का 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और पाकिस्तान नवम्बर तक गलियारे को खोलने के लिए प्रतिबद्ध है।” भारत ने पाकिस्तान को तीसरे चरण की वार्ता से पूर्व प्रस्ताव दिया था।
जुलाई में जॉइंट सेक्रेटरी स्तर की वार्ता का आयोजन वाघा में हुआ था और दोनों पक्षों ने पाकिस्तान में करतारपुर गुरुद्वारा साहिब में प्रतिदिन 5000 सिख श्रद्धालुओं को वीजा देने पर सहमती जाहिर की थी।
यह गलियारा पाकिस्तान के करतारपुर में दरबार साहिब और पंजाब के गुरदासपुर जिले को जोड़ेगा और सिख श्रद्धालुओं के लिए वीजा मुक्त यात्रा की सुविधा को मुहैया करेगा। करतारपुर साहिब की स्थापना सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने साल 1522 में की थी।
करतारपुर गलियारा भारत-पाकिस्तान की सीमा से पंजाब का गुरदासपुर तीन किलोमीटर की दूरी पर है। इस खुलने के बाद पाकिस्तान के करतारपुर में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब में सीधे सिख श्रद्धालुओं को पंहुचने की अनुमति मिलेगी।