भारतीय गृह मंत्रालय ने पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक लैंडपोस्ट का चयन कर लिया है, पकिस्तान में स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा में यात्रा के लिए यही जिला प्रवेश व् निकास मार्ग होगा। यह विभागीय प्रवासी चेकपॉइंट होगा। गृह मंत्रालय ने सूचना जारी कर कहा कि वैध यात्रा दस्तावेज वाले लोग इस पोस्ट से प्रवेश या निकास कर सकते हैं।
पंजाब में चेकपॉइंट
गृह मंत्रालय की सूचना के मुताबिक “भारतीय पासपोर्ट नियम, 1950 के तहत केंद्र सरकार ने पंजाब राज्य में स्थित गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक लैंड चेकपोस्ट को आधिकारिक पोस्ट चयनित किया है। इस पोस्ट से सिख श्रद्धालु पाकिस्तान के लिए प्रवेश या निकास कर कर सकते हैं। यह सभी प्रकार के वैध दस्तावेजों के साथ मान्य होगा।”
करतारपुर साहिब की नीव हाल ही में भारत और पाकिस्तान दोनों ने रखी है। इस गलियारे का प्रस्ताव भारत ने 20 साल पहले दिया था। करतारपुर साहिब पाकिस्तान में रावी नदी के किनारे बसा हुआ है और यह डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से महज चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
सिखों के गुरु
इसकी स्थापना के संस्थापक गुरुनानक देव ने साल 1522 में की थी। साथ ही उन्होंने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष यही स्थल पर व्यतीत किये थे। करतारपुर गलियारे के माध्यम से भरता के श्रद्धालु पाकिस्तान के गुरूद्वारे की यात्रा बिना वीजा के कर पाएंगे। इसका निर्माण जल्द जायेगा।
भारत ने 24 नवंबर को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लाहौर से 124 किलोमीटर दूर नरोवाल में इस गलियारे की नींव रखी थी। करतारपुर पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त में आता है और नरोवाल जिले में पड़ता है। भारत सरकार ने इस निर्णय को 22 नवम्बर 2018 को लिया था, क्योंकि यह प्रस्ताव लम्बे समय से अटका हुआ था। भारत सरकार ने आज पाकिस्तान के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ ही करतारपुर गलियारे का आंकड़े साझा किये हैं।