भारत और पाकिस्तान ने हाल ही में सिख श्रद्धालुओं के नानक साहिब गुरुद्वारे के लिए करतारपुर गलियारे के निर्माण का ऐलान किया था। अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के इन प्रयासों का स्वागत किया है। अमेरिका के राज्य विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि मुझे कर्तापुर गलियारे की सूचना है, मैं समझता हूँ यह भारतीय सिख श्रद्धालुओं के लिए पाकिस्तान के गुरुद्वारे में वीजा मुक्त यात्रा का एक मार्ग है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान की जनता से जनता के संवाद का विस्तार करने के प्रयासों का अमेरिका स्वागत करता है।
दशकों बाद शुरू हुए इस निर्माण कार्य से जुड़े सवालों का जवाब दे रहे थे। करतारपुर गलियारे का प्रस्ताव भारत ने 20 वर्ष पूर्व दिया था जो अब छह माह में पूरा हो जायेगा। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पाकिस्तान की सैन्य सहायता को रोकने का बयान दिया जबकि अफगानिस्तान में तालिबान से जंग के लिए अमेरिका को पाकिस्तान की मदद की जरुरत है। इस मलसे पर अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान को द्विपक्षीय रिश्तों की विश्वसनीयता को बनाने की जरुरत है।
पकिस्तान ने गुरु नानक की 549 वीं सालगिरह पर 3800 सिख श्रद्धालुओं के वीजा जारी किये हैं। नई दिल्ली में स्थित पक्सितन दूतावास ने कहा कि पाकिस्तान ने 21-30 नवम्बर 2018 तक आयोजित गुरु नानक की 549 वीं सालगिरह के जश्न में सम्मिलित होने के लिए 3800 सिख श्रद्धालुओं को वीजा दिया है।
करतारपुर गलियारे का निर्माण अंतर्राष्ट्रीय गलियारे से गुरुद्वारा दरबार साहिब तक होगा। सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक ने करतारपुर साहिब गुरूद्वारे में अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष व्यतीत किये थे। डेरा बाबा नानक साहिब से इस यात्रा को वीजा मुक्त शुरू किया जायेगा। करतारपुर गलियारे का निर्माण कार्य छह में समाप्त हो जायेगा।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अमेरिका की मदद के बदले कुछ लौटने की जरुरत है और दोनों राष्ट्रों के मध्य भरोसा और विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए कार्य करना चाहिए, पाकिस्तान के लिए अमेरिका की नीति स्पष्ट है। हाल में जारी रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने पाकिस्तान की 3 बिलियन डॉलर की सहायता राशि पर रोक लगाई है।