कंगना रनौत को फिल्म इंडस्ट्री में अपने ‘बॉसी नेचर’ के लिए जाना जाता है। और अभी हाल ही में, उनकी अगली फिल्म “मेन्टल है क्या” की लेखक कनिका ढिल्लोन ने भी इसी बात पर मौहर लगाई है। ज़ूमटीवी.कॉम को दिए इंटरव्यू में जब उनसे कंगना के साथ काम करने का अनुभव और क्या उनके हस्तक्षेप की रिपोर्ट सच है, के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आपको हर निर्देशक और अभिनेता के साथ काम करने का तरीका निकालना ही होगा।
उनके मुताबिक, “हम उन लोगों के साथ काम करते हैं जिनके पास एक कलात्मक स्वभाव होता है। तो अब आपको हर निर्देशक और अभिनेता के साथ काम करने का तरीका निकालना ही होगा। कंगना का व्यक्तित्व बहुत अलग है। और उनकी एक शख्सियत है, जहां वह अपनी बात रखेगी, जो बहुत मजबूत है और एक लेखक के रूप में, मेरे पास भी एक दृष्टिकोण है जिसे मैं पकड़े रहूँगी और अगर मैं आश्वस्त नहीं हूं, तो मैं आसानी से नहीं जाने दूंगी। तो ये आप पर निर्भर करता है कि इसे कैसे सँभालते हैं। तो ये एक ही बात पर फैसला लेने के बारे में हैं।”
अनुराग कश्यप की ‘मनमर्जियां’ और अभिषेक कपूर की ‘केदारनाथ’ के साथ अपने अनुभवों पर उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह एक रचनात्मक प्रक्रिया है। क्या अब तक कुछ भी खतरनाक हुआ है? ऐसा नहीं है कि मैं आपको अभी बता सकती हूँ। हम फिल्म बनाने की प्रक्रिया में हैं और यह अभी तक अच्छी चल रही है।”
फिल्म में राजकुमार राव, जिम्मी शेरगिल, अमायरा दस्तूर और शहीर शेख भी मुख्य भूमिकाओं में दिखेंगे। इसे प्रकाश कोवेलामुदी ने निर्देशित किया है। यह पूछे जाने पर कि फिल्म से कोई क्या उम्मीद कर सकता है, ढिल्लोन ने कहा, “बहुत सारा पागलपन। कोई नियम नहीं है, पागलपन की कोई सही परिभाषा नहीं है। हम फिल्म के जरिये आपको बता रहे हैं कि पागल और संप्रदायवादी होना ठीक है।”