महाराष्ट्र में राष्ट्रगीत वन्दे मातरम पर फिर विवाद खड़ा हो गया है। मिली जानकारी के अनुसार असदुद्दीन ओवैशी की पार्टी के कुछ नेताओं ने वन्दे मातरम गाने से इंकार कर दिया था। इसके बाद शिवसेना और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने हंगामा खड़ा कर दिया था। इसके बाद बात इतनी बाढ़ गयी थी कि दोनों पक्षों के बीच हाथापाई हो गयी थी। इससे पहले पार्टी मुखिया असदुद्दीन ओवैशी ने भी वन्दे मातरम गाने से इंकार कर दिया था। ओवैशी के मुताबिक वन्दे मातरम गाना उनके संविधान के खिलाफ है।
इससे पहले आपको बता दें कि मुंबई महानगरपालिका ने बीएमसी के अंतर्गत आने वाली सभी स्कूलों के लिए वन्दे मातरम गाना अनिवार्य कर दिया है। इसके मुताबिक सभी को सप्ताह में कम से कम दो बार वन्दे मातरम गाना होगा। यह प्रस्ताव भाजपा ने नगरपालिका के आगे रखा था जिसका शिवसेना ने समर्थन किया था। मुंबई के मेयर ने भी इस मामले में अपनी सहमति दे दी है। इसके अलावा मुंबई हाई कोर्ट ने भी यह आदेश दिया है कि सप्ताह में कम से कम दो बार वन्दे मातरम गाया जाए।
इससे पहले भी कई दफा मुस्लिम नेताओं और शिव सेना के कार्यकर्ताओं के बीच इस माले में झड़प हो चुकी है। 28 जुलाई को हुई एक सभा में भाजपा विधायक राज पुरोहित ने वन्दे मातरम के नारे लगाए। वहीँ ओवैसी की मुस्लिम पार्टी के नेता वारिस खान ने ऐसा करने से इंकार कर दिया था। इसपर राज पुरोहित ने उन्हें कहा था कि उन्हें पाकिस्तान चला जाना चाहिए। राज पुरोहित ने कहा था कि अगर हिंदुस्तान में रहना है तो वन्दे मातरम गाना होगा।