देश की सबसे तेज़ी से आगे बढ़ने वाली कुछ एक चुनिन्दा कंपनियों में से एक ओयो अब जापान के बाज़ार में भी दस्तक देने जा रही है। 2020 में होने जा रहे जापान ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए कंपनी के लिए जापान में पैर रखने का यही सबसे अनुकूल समय है।
जापान की ही सॉफ्टबैंक ओयो की सबसे बड़ी निवेशक कंपनी है। सूत्रों के अनुसार सॉफ्ट बैंक द्वारा ओयो में किए गए निवेश का बड़ा हिस्सा जापान में ओयो को स्थापित करने में किया जाएगा। फिलहाल ओयो ने जापान की राजधानी टोक्यो और अन्य शहर शिञ्जुकू में कुछ संपत्ति ले रखी है।
ओयो फिलहाल भारत के अलावा चीन, मलेशिया, यूनाइटेड किंग्डम व नेपाल में सक्रिय रूप से व्यापार कर रही है। भारत के अलावा कंपनी ने अन्य देशों में अपना विस्तार करने के लिए महज 18 महीनों का ही समय लिया है।
हाल ही में जापान की सॉफ्टबैंक ने ओयो में 80 करोड़ डॉलर का निवेश किया था। इस निवेश के बाद अब ओयो का कुल मूल्य 4 अरब डॉलर आँका जा रहा है।
इसके पहले ओयो ने कहा था कि वो सॉफ्टबैंक से मिले कुल निवेश में से 60 करोड़ डॉलर की पूंजी चीन में कंपनी का विस्तार करने में खर्च करेगी।
आपको बताते चलें कि ओयो रूम्स की शुरुआत 2013 में रितेश अग्रवाल ने की थी। 2015 में सॉफ्टबैंक से ही 10 करोड़ डॉलर का निवेश मिलने के बाद कंपनी ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा।