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    स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने बेस रेट में कटौती

    साल की शुरूआत में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को एकदम से चौंका दिया है। एसबीआई ने एक जनवरी 2018 से अपनी बेस रेट .30 फीसदी प्वाइंट घटाकर 8.65 फीसदी कर दिया है। इस कटौती के साथ स्टेट बैंक आॅफ इंडिया का बेस रेट अब सबसे कम हो गया है।

    बैंक ने कहा कि 31 मार्च तक वह अपने नए ग्राहकों के लिए होम लोन में भी काफी छूट देगा। इससे बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स और होम लोन बॉरोअर्स को राहत मिलेगी। आपको बता दें कि साल के अंत में मार्जिन कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (एमसीएलआर) सिस्टम में बदलाव किया जाता है, जो कि खुदरा ग्रा​हकों (विशेष रूप से होम लोन और पुराने कार्पोरेट लोन के क्षेत्र में) का एक बड़ा हिस्सा है।

    एसबीआई के प्रबंध निदेशक (खुदरा और डिजिटल बैंकिंग) पी के गुप्ता के अनुसार, इस कदम से करीब 8 मिलियन कस्टमर्स लाभान्वित होंगे। कुल एसीबीआई ने बेस रेट में कटौती कर अपनी मौजूदा रेट 8.65 फीसदी तथा बीपीएलआर 13.40 फीसदी कर ली है। स्टेट बैंक ने अपने बेस रेट में कटौती कर अपने कस्टमर्स के लिए नए साल पर एक बड़ी सौगात दी है। इससे बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं को ऋण लाभ मिलेगा।

    बेस रेट में कटौती का ग्राहकों को ऐसे मिलेगा लाभ

    बतौर उदाहरण आप ने 20 साल के लिए 5 लाख का होम लोन लिया है। मान लिजिए होमलोन की दर 9.10 फीसदी है, ऐसे में अब यह नया दर 8.80 फीसदी हो जाएगा। इस प्रकार मासिक किश्त (ईएमआई) 45,308 रुपए से घटकर 44,345 रुपए हो जाएगी। यही नहीं हर महीने 963 रूपए कम ईएमआई जमा करनी होगी तथा सालाना 11,556 रुपए की बचत होगी।

    बेस रेट कटौती पर विशेषज्ञों की राय

    निवेश सलाहकार हर्ष रूंग्टा के मुताबिक, एसबीआई ने अपने बेस रेट में लंबी अवधि के लिए कटौती की है। ऐसे में पुराने कस्टमर्स अपने लोन के बोझ को आसानी से कम कर सकेंगे।
    जो लोग साल 2016-2017 में होम लोन पर ज्यादा ऋण जमा कर रहे थे, वे अब केवल 8.65-8.75 फीसदी की दर से लोन चुकता करेंगे
    गौरतलब है कि एसबीआई द्वारा ब्याज दर में कटौती के बाद अन्य बैंक भी इसका अनुपालन कर सकते हैं।

    इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च के वरिष्ठ विश्लेषक उदित करिवाला का कहना है कि अक्सर भारत के सबसे बड़े बैंक एसबीआई द्वारा दरों में कटौती के निर्णय के बाद से अन्य बैंक भी ऐसा करते हैं।

    पैसबाजार डॉट कॉम के सह संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी नवीन कुकरेजा के अनुसार, बेस रेट में कटौती से ना केवल एसबीआई के लाखों ग्राहकों को फायदा होगा बल्कि अगले कुछ दिनों में निजी तथा सार्वजनिक क्षेत्र के अन्य बैंक भी अपने बेस रेट में कटौती करने को बाध्य होंगे।

    जनवरी 2015 से लेकर अब तक आरबीआई ने अपनी पॉलिसी दरों में 175 आधार अंकों की कटौती की है, जबकि अन्य बैंकों ने अपने बेस रेट में 100-120 से ज्यादा आधार अंकों की कटौती नहीं की है।