ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी 20 विश्व कप से ठीक पहले पाकिस्तान 2020 में एशिया कप के अगले संस्करण की मेजबानी करेगा। इसके बाद होने वाले तत्काल आईसीसी टूर्नामेंट को ध्यान में रखते हुए, एशिया कप का 15 वां संस्करण टी 20 प्रारूप में खेला जाएगा। यह फैसला एशिया क्रिकेट काउंसिल एसीसी द्वारा सिंगापुर में हुई बैठक के बाद लिया गया। बैठक में भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के क्रिकेट बोर्ड के अधिकारी भी शामिल हुए।
2015 में एसीसी ने घोषणा की थी कि एशिया कप टूर्नामेंट एक बार एकदिवसीय प्रारुप में तो वही एक बार टी-20 प्रारुप में खेला जाएगा। नतीजतन, 2016 संस्करण उस वर्ष टी 20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए टी 20 प्रारूप में पहली बार खेला गया था। पिछले साल विश्वकप को ध्यान में रखते हुए एशिया कप को 50 ओवर के प्रारुप में खेला गया था। भारत ने यहा बांग्लादेश को हराकर खिताब पर कब्जा किया था। एशिया कप के इतिहास में भारतीय टीम सबसे सफल टीम है और टीम ने सात बार खिताब पर कब्जा किया है।
संदेह में भारत की भागीदारी
जबकि एसीसी ने पाकिस्तान को अगले साल एशिया कप की मेजबानी करने का अधितकार सौंपा है, यह एक गैर-दिमाग फैसला है क्योंकि भारत पाकिस्तान में आयोजित होने वाले किसी भी टूर्नाामेंट में भाग नही लेगा। दोनो देशो के बीच राजनीतिक रिश्ते इस समय बहुत बिगड़ चुके है इसलिए भारत मुश्किल ही अगले साल पाकिस्तान की यात्रा करे। दोनों चिर प्रतिद्वंद्वियों के बीच द्विपक्षीय संबंध पिछले कुछ समय से निलंबित है। भारत और पाकिस्तान ने आखिरी बार 2012 में द्विपक्षीय श्रृंखला खेली थी।
भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी वनडे सीरीज साल 2007 में खेली गई थी और उसके बाद 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद दोनो देशो के बीच कोई वनडे सीरीज नही हुई। अब दोनो देश एक दूसरे के खिलाफ केवल आईसीसी टूर्नामेंट और एशिया कप में खेलते है। इस साल पुलवामा हमले के बाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और बिगड़ गए हैं। वास्तव में, यह भी संदेह था कि भारत पाकिस्तान के खिलाफ आगामी विश्वकप में मैच का बहिष्कार करने वाला था लेकिन आईसीसी ने इसे मानने से इनकार कर दिया था।
हालांकि, मीडिया रिपोर्टों का सुझाव है कि एसीसी अगर स्थिति की मांग करती है तो आयोजन स्थल को बदल सकती है। न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के बीच राजनयिक संबंधों में सुधार नहीं होने पर टूर्नामेंट को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा। एसीसी ने फैसला किया कि जब तक स्थिति अन्यथा की मांग नहीं करती है, पाकिस्तान मेजबान बनेगा।