सुप्रीम कोर्ट ने आरकॉम और एयरसेल के विलय तथा कंपनी के 2जी या 3जी स्पेक्ट्रम बेचने पर भी पाबंदी लगा रखी है। इसके साथ ही ऐयरसेल को भारत में लगातार घाटे का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में एयरसेल कंपनी भारत में अपने कारोबार को जल्द ही बंद कर सकती है।
आपको जानकारी के लिए बतादें कि एयरसेल के पास 4जी स्पेक्ट्रम नहीं है, वहीं कंपनी करीब बीस हजार करोड़ रूपए के घाटे में चल रही है। अब टेलिकॉम कंपनी किसी ऐसे डील की तलाश में है जिसमें उसके 8.9 करोड़ यूजर्स, चालीस टावर्स और दूसरे एसेट्स भी शामिल हैं जिन्हें कोई दूसरी दिग्गज कंपनी खरीद सके।
मीडिया खबरों के अनुसार एयरसेल कंपनी अपने कारोबार को बंद नहीं कर सकती है क्यों कि उसकी पैरेंटस कंपनी मैक्सिस पर बढ़ता हुआ कर्ज मूल कारण है। एयरसेल को भारत में अपना करोबार बंद करने से पहले मैक्सिस को दी गई बैंक गारंटी चुकानी होगी जिसमें लंबी कानूनी प्रक्रिया शामिल है।
टेलिकॉम विशेषज्ञों के मुताबिक यदि सुप्रीम कोर्ट एयरसेल को उसके स्पेक्ट्रम बेचने की अनुमति प्रदान कर दे तो कंपनी अपने कारोबार को बंद करने के फैसले पर पुनर्विचार कर सकती है। एयरटेल भारत के मुख्य अधिकारी संजय कपूर का कहना है कि यदि एयरसेल घाटे में चल रही है तो उसे अपना करोबार बंद कर देना चाहिए।
यही नहीं इस कंपनी को अपने सारे एसेट्स, यूजर्स और वायरलैश टावर्स किसी दूसरी कंपनी को बेच देने चाहिए। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने एयरसेल के लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी देते हुए कहा था कि जितना जल्द हो सके कोर्ट में मैक्सिस के प्रतिनिधि की पेशी अनिवार्य की जाए। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ लिहाजा कोर्ट ने नाराज होकर एयरसेल के 2जी या 3जी स्पेक्ट्रम बेचने पर पाबंदी लगा दी।