भारती एयरटेल के बुरे दिन कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। एयरटेल ने हाल ही में एक आँकड़ा जारी किया है, जिसमें उसने बताया है कि उसने जुलाई से सितंबर की तिमाही में कुल 118.8 करोड़ रुपये का मुनाफा अर्जित किया है, लेकिन यह मुनाफा पिछली वर्ष इसी तिमाही के मुक़ाबले में 65.4 फीसदी कम है।
एयरटेल ने बताया है कि वर्ष 2017 की जुलाई-सितंबर तिमाही में उसे 343 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था, इस तरह से इस बार उसे 65.4 प्रतिशत कम मुनाफा हुआ है।
वहीं कंपनी के राजस्व में भी भारी कमी दर्ज़ की गयी है। एयरटेल ने इस तिमाही 20,0422.5 करोड़ रुपये का राजस्व इकट्ठा किया है। जबकि पिछली वर्ष इसी तिमाही में यह राजस्व 21,776.9 करोड़ रुपये था। ऐसे में एयरटेल के राजस्व में 6.2 प्रतिशत की कमी देखी गयी है।
एयरटेल ने इस तिमाही के आंकड़ें तब जारी किए हैं, जब एयरटेल की अफ्रीका स्थित यूनिट ‘एयरटेल अफ्रीका’ में सॉफ्टबैंक समेत अन्य 5 कंपनियों ने 1.25 अरब डॉलर का निवेश करने के लिए हामी भारी है।
‘एयरटेल अफ्रीका’ इस समय बुरी तरह से घाटे में डूबी हुई है। एयरटेल की अफ्रीका स्थित यूनिट पर करीब 5 अरब डॉलर का कर्ज़ है। ऐसे में एयरटेल अफ्रीका में इन कंपनियों के निवेश के चलते वहाँ एयरटेल फिर से खड़ी हो सकने लायक बन सकेगी।
भारती एयरटेल ने बताया है कि उसकी अफ्रीका स्थित यूनिट पिछले 1 साल में 13.2 प्रतिशत बढ़ी है।
वहीं एयरटेल द्वारा जारी किए गए तिमाही के आंकड़ों के वाद ही एयरटेल के शेयर के दामों में 6.3 प्रतिशत की कमी दर्ज़ हुई है, ऐसे में एयरटेल के शेयर 296 रुपये पर आ गए हैं।
एक समय देश के टेलीकॉम बाज़ार के सबसे बड़े हिस्से में राज करने वाली एयरटेल के बुरे दिन रिलायंस जियो द्वारा बाज़ार में आकार सस्ते टैरिफ पेश करने के साथ ही शुरू हो गए। सितंबर 2016 में जियो के बाज़ार में कदम रखने के साथ ही भारतीय टेलीकॉम बाज़ार में प्राइस वार शुरू हो गयी है।
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