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    एमएस धोनी

    जैसी की माना जाता है एकदिवसीय विश्वकप सन्यास लेने के लिए खिलाड़ियो का सबसे अच्छा समय होता है। जिसमें पहले कुछ बड़े खिलाड़ी सन्यास लेते आए है। ऐसा ही साल 2019 विश्वकप के बाद भी होने वाला है। जिसमें कुछ बड़े स्टार खिलाड़ी विश्वकप 2019 का बाद सन्यास लेते हुए नजर आएंगे। ऐसे कुछ खिलाड़ियो पर नजर डालते है, जो विश्वकप के बाद क्रिकेट को अलविदा कह सकते है-

    एमएस धोनी (इंडिया)

    एमएस धोनी

    इस सूचि में सबसे पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी का नाम आता है। जिन्होने अबतक अपने करियर में कई मुकाम हासिल किए है। धोनी पहले ऐसे भारतीय कप्तान है जिन्होने टीम के लिए तीनो आईसीसी ट्रॉफी जीती है। जिसमें 2007 टी-20 विश्वकप, 2011 विश्वकप और 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी शामिल है। धोनी भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल कप्तान रहे है। और यह विश्वकप उनका अब आखिरी विश्वकप हो सकता है।

    क्रिस गेल (वेस्टइंडीज)

    क्रिस गेल

    दूसरे नंबर में इस सूचि में क्रिस गेल का नाम आता है। वेस्टइंडीज के यह विस्फोटक बल्लेबाज वेस्टइंडीज की टीम से बहुत समय से बाहर चल रहा है। ऐसे में अभी उनका 2019 विश्वकप टीम में खेलना भी पक्का नही है। क्रिस गेल ने अपने आक्रमक बल्लेबाजी से विश्व की हर टी-20 लीग में अपना जलवा बिखेरा है। कई समय से अपनी राष्ट्रीय टीम से बाहर चल रहे क्रिस गेल का यह आखिरी विश्वकप हो सकता है।

    हाशिम आमला (दक्षिण-अफ्रीका)

    हाशिम आमला

    दक्षिण-अफ्रीकी टीम के सबसे सफल बल्लेबाजो में से एक हाशिम आमला ने भारतीय टीम के खिलाफ 28 नवंबर 2004 को अपना डेब्यू किया था उनके करियर की शुरूआत थोड़ी आराम से हुई थी, लेकिन अबतक अपने करियर में उन्होने टीम के लिए बहुत रन बनाए है। हशिम आमला ने दक्षिण-अफ्रीका की टीम से 122 टेस्ट मैच, 169 एकदिवसीय मैच और 44 टी-20 मैच खेले है। अपने 14 साल के लंबे करियर के बाद हाशिम आमला अब इस विश्वकप के बाद क्रिकेट को अलविदा कर सकते है।

    डेल स्टेन (दक्षिण-अफ्रीका)

    डेल स्टेन

    दक्षिण-अफ्रीका के स्टार गेंदबाज डेल स्टेन जो हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दक्षिण-अफ्रीका की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी बने थे। उनका भी यह आखिरी एकदिवसीय विश्वकप हो सकता है। डेल स्टेन ने दक्षिण अफ्रीका की तरफ से 91 टेस्ट, 121 वनडे और 42 टी-20 मैच खेलने है। 91 टेस्ट मैचो की 167 इनिंग में डेल स्टेन ने 433 विकेट अपने नाम किए है। वह एकदिवसीय क्रिकेट की बात करे तो 121 वनडे मैचो में उन्होने 192 विकेट अपने नाम किए है।

    शोएब मलिक (पाकिस्तान)

    शोएब मलिक

    पाकिस्तान के ऑलराउंडर खिलाड़ी शोएब मलिक ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 14 अक्टूबर 1999 को अपना वनडे डेब्यू किया था। इस खिलाड़ी ने पाकिस्तान की हर मुश्किल परिस्थिति में साथ दिया है। 36 साल के शोएब मलिक ने अपने इस लंबे करियर में टीम की तरफ से कुल 35 टेस्ट, 274 वनडे और 108 टी-20 मैच खेले है। लेकिन अपने 20 साल के लंबे करियर को शोएब मलिक अब अलविदा कह सकते है।

    रॉस टेलर ( न्यूज़ीलैंड)

    रॉस टेलर

    34 साल के रॉस टेलर ने न्यूजीलैंड के लिए अबतक बहुत क्रिकेट खेली है। और इस समय भी वह एक जबरदस्त फार्म में चल रहे है। हाल ही में रॉस टेलर ने लगातार 6 बार 50 से अधिक स्कोर मारने के रिकॉर्ड अपने नाम किया था। इससे पहले यह रिकॉर्ड भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर के नाम था। रॉस टेलर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 90 टेस्ट, 210 एकदिवसीय मैच और 85 टी-20 मैच खेले है। रॉस टेलर का यह आखिरी विश्व कप हो सकते है लेकिन अपने इतने लंबे करियर में उनको कभी ट्रॉफी उठाने का मौका नही मिला।

    फॉफ डू प्लेसिस (दक्षिण-अफ्रीका)

    फॉफ डू प्लेसिस

    दक्षिण-अफ्रीका के कप्तान डू प्लेसिस भी इस विश्वकप के बाद अपने इस रंगीन सफर को अलविदा कह सकते है। अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में डू प्लेसिस ने 56 टेस्ट, 124 वनडे और 59 टी-20 मैच खेले है। हाल ही में अपने नेतृत्व में डू प्लेसिस ने पाकिस्तान के खिलाफ 3-0 से टेस्ट सीरीज जीती है। यही नही उन्होने अपने करियर में अपनी कप्तानी और बल्लेबाजी से हमेशा विपक्षी टीम में खौफ बनाए रखा है।

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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