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    एमएस एक्सेल सेल रेफेरेंसिंग cell referencing in ms excel in hindi

    विषय-सूचि

    सेल रेफेरेंसिंग क्या है? (what is cell referencing in ms excel in hindi)

    जैसा कि आप जानते हैं एमएस एक्सेल में स्प्रेडशीट को ढ़ेरों सेल में विभाजित किया जाता है जिसमे कि हम सारे ऑपरेशन करते हैं।

    हमे कोई फार्मूला को कॉपी करना हो या फिर उस फार्मूला का प्रयोग कर के कोई परिणाम निकालना हो, ये सारी चीजें सेल के अंदर मान डाल कर ही की जाती है।

    अलग-अलग सेल के अलग-अलग पते होते हैं जिन्हें अंग्रजी अक्षर और संख्या को मिलाकर प्राप्त किया जाता है।

    अब हम जानेंगे की सेल रेफेरेंसिंग क्या होता है।

    सेल रेफेरेंसिंग का अर्थ हुआ किसी एक या एक से ज्यादा सेल को रेफ़र करना या उनकी एक अलग पहचान बनाना।

    ऐसा इसलिए, क्योंकि जितने सेल को हम रेफ़र करेंगे उतने पर ही हम फोर्मुला का इस्तेमाल कर सकते हैं। सेल रेफरेंसिंग द्वारा हम तीन चीजों को रेफ़र कर सकते हैं वो हैं-

    • एक या एक से ज्यादा सटे हुए सेल के अंदर मौजूद डाटा,
    • वर्कशीट के विभिन्न भागों में उपस्थित डाटा, और
    • उसी वर्कशीट के अंदर समान वर्कबुक के अंदर का डाटा।

    सेल रेफेरेंसिंग के प्रकार (types of cell referencing in ms excel in hindi)

    सेल रेफेरेंसिंग तीन प्रकार के होते हैं-

    1. रिलेटिव रेफेरेंसिंग
    2. अबसोल्युट रेफेरेंसिंग, और
    3. मिक्स्ड रेफेरेंसिंग

    ररिलेटिव रिफरेन्स के फार्मूला को जब एक सेल से दुसरे सेल में कॉपी किया जाता है तो वो बदल जाते हैं जबकि absolute रेफेरेंसिंग के फार्मूला कांस्टेंट यानी कि स्थिर रहता है।

    वहीं मिक्स्ड रेफेरेंसिंग में दोनों तरह के रेफेरेंसिंग का प्रयोग किया जाता है।

    अब हम रिलेटिव रेफेरेंसिंग को उदाहरण के साथ पूरी प्रक्रिया के साथ समझेंगे।

    रिलेटिव रेफेरेंसिंग क्या है? (relative referencing in ms excel in hindi)

    ये एक डिफ़ॉल्ट रिफरेन्स है यानी कि जब आप कोई भी रेफेरेंसिंग नही करते तो एमेक्स एक्से के वर्कशीट में चीजीन रिलेटिव रिफरेन्स में ही होती है।

    जब रो और कॉलम की परस्पर स्थिति बदलती है तभी रिलेटिव रिफरेन्स भी बदलते हैं। इसे समझने के लिए निम्न फार्मूला को देखें-

    =A1+B1

    मान लीजिये आपने उपर लिखे फोर्मुले को तैयार किया और फिर रो संख्या एक से दो में ले गए। अब ये फार्मूला इस प्रकार हो जाएगा-

    =A2+B2

    अब आप समझ गये होंगे कि रिलेटिव रेफेरेंसिंग से बनाया गया फार्मूला बदलता रहता है अगर सेल को भी बदलते रहा जाए तो। ये स्थिर या अविरत नही होता।

    रिलेटिव रेफेरेंसिंग कैसे करें? (how to do cell referencing in ms excel in hindi)

    अब हम उदाहरण देकर आपको समझाने जा रहे हैं कि रिलेटिव रेफेरेंसिंग को कैसे करें।

    अब हम एक ऐसा फार्मूला अब्नाने जा रहे हैं जो मूल्य को मात्रा से गुणा करता है।

    मतलब हम Price*Quantity के फार्मूला के जरिये आपको रिलेटिव रेफेरेंसिंग समझाने जा रहे।

    1. सबसे पहले तो उस सेल को सेलेक्ट करें या चुने जिसमे फार्मूला को रखा जाएगा।जैसे हमने यहाँ उदाहरण में D4 सेल को चुना है। अतः; फार्मूला इसी सेल में रहेगा।
    2. अब उस फार्मूला को डालें जो कि इक्षित मान का हल निकालेगा या गणना करेगा।जैसे हमने यहाँ ये टाइप किया- =B4*C4
    3. अब अपने कीबोर्ड से Enter दबाएँ। ऐसा करते ही आपके द्वारा दिए गये फोर्मुले का हल निकाल कर एक सेल में दिखाया जाने ल्गीगा।
    4. अब नीचे दाहिने तरफ के कोने में fill handle को लोकेट करें।जैसे हमने यहाँ D4 सेल को चुना है।
    5. अब fill handle को माउस से खींच कर उन सेल पर डालें जिसमे आप फार्मूला को कॉपी करना चाहते हैं।जैसे कि यहाँ हमने D5:D13 को चुना है। अब आपके माउस को छोड़ते ही वो फोर्मुला रिलेटिव रेफेरेंसिंग के साथ उस सेल में कॉपी हो जाएगा।

    इस लेख से सम्बंधित यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

    By अनुपम कुमार सिंह

    बीआईटी मेसरा, रांची से कंप्यूटर साइंस और टेक्लॉनजी में स्नातक। गाँधी कि कर्मभूमि चम्पारण से हूँ। समसामयिकी पर कड़ी नजर और इतिहास से ख़ास लगाव। भारत के राजनितिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक इतिहास में दिलचस्पी ।

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