महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की एक कार्यकर्ता ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर चुनाव हलफनामें में उनकी शैक्षिणक योग्यता के बारे में गलत जानकारी देने के आरोप में पुणे कोर्ट में केस दर्ज करने की मांग की हैं।
एमएनएस कार्यकर्ता, रूपाली पाटील ने ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कोर्ट में निजी शिकायत दर्ज कराई हैं।
निजी शिकायत में शिकायतकर्ता मामले की पुलिस जांच की मांग करता हैं।
पाटील ने कहा, स्मृति ईरानी के खिलाफ धोखा और विश्वास का उल्लघंन का केस दर्ज करना चाहिए।
इस बार के अमेठी लोकसभा सीट के नामांकन के हलफनामें में स्मृति ईरानी ने अपने स्नातक की जानकारी नही दी हैं। लेकिन 2004 में, स्मृति ईरानी ने कहा था कि उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से 1996 में बी.ए पत्राचार से किया था।
जबकि,जुलाई 2011 में गुजरात राज्य सभा चुनाव से पहले स्मृति ईरानी एक एफिडेविड में कहा था कि उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से बीकॉम तक की पढ़ाई की हैं।
इससे पहले स्मृति ईरानी पर जून 2015 में भी अहमद खान नाम के एक व्यक्ति ने केस दर्ज कराया था।
स्मृति ईरानी का डिग्री विवाद
कांग्रेस पार्टी नें हाल ही में स्मृति ईरानी पर जमकर हमला बोला था।
पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी नें प्रेस कांफ्रेंस कर स्मृति ईरानी की 2004 से लेकर अब तक बदलती डिग्री को लेकर बात कही।
उन्होनें कहा कि 2004 में स्मृति ईरानी नें जो नामांकन भरा था, उसमें वे 1996 में बीए पास थी।
आगे उन्होनें कहा कि 2011 में राज्यसभा में स्मृति ईरानी नें कहा कि उन्होनें 1994 में बीकॉम पार्ट 1 की डिग्री प्राप्त की है।
इसके बाद स्मृति ईरानी नें 2014 चुनावों से पहले कहा था कि उनके पास ‘येल यूनिवर्सिटी’ की डिग्री है। इस बात को जब येल यूनिवर्सिटी से पूछा गया तो उन्होनें कहा था कि स्मृति ईरानी को कोई डिग्री नहीं दी गयी है और उन्हें सिर्फ एक कार्यक्रम में शरीक होने के लिए सर्टिफिकेट दिया गया था।”